नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन के नारे ‘यूपी को ये साथ पसंद है’ को लेकर कटाक्ष करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आज दावा किया कि राज्य की जनता को ‘दो भ्रष्ट लोगों’ का साथ बिल्कुल भी पसंद नहीं है और चुनाव के बाद दोनों पार्टियों का मुगालता खत्म हो जाएगा।
अनुप्रिया ने ‘भाषा’ के साथ बातचीत में कहा, नारेबाजी से जनता पर कोई फर्क नहीं पडने वाला है। असल में यह दो भ्रष्ट लोगों का साथ है जो यूपी को बिल्कुल भी पसंद नहीं है। यह बात इस चुनाव में साबित हो जाएगी।” दरअसल, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को केंद्र में रखकर ‘यूपी को ये साथ है पसंद है’ का नारा दिया गया है।
अपना दल :सोनेलाल: की नेता अनुप्रिया ने आरोप लगाया, ‘‘अखिलेश यादव ने उत्तर प्र्रदेश में लूटपाट, भ्रष्टचार, जमीनों पर अवैध कब्जे और अवैध खनन को संरक्षण दिया तो दूसरी तरफ यूपीए सरकार में राहुल गांधी की आंखों के सामने किस कदर भ्रष्टाचार हुआ, उसके बारे में बताने की जरुरत नहीं है। जनता दोनों को बखूबी जानती है।
अखिलेश की ‘विकास पुरुष’ की छवि पेश किए जाने के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा, ‘‘विज्ञापनों से कोई विकास पुरुष नहीं बनता। इसके लिए काम करना पडता है। सपा और उसके नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने मुगालता पाल रखा है और नतीजे आने पर इनका यह मुगालता खत्म हो जाएगा।
उन्होंने दावा किया, ‘‘उत्तर प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है और यह बदलाव भाजपा की अगुवाई वाले गठबंधन के माध्यम से होगा। सपा-कांग्रेस के गठबंधन को करारी हार का सामना करना पडेगा। उत्तर प्रदेश में भाजपा के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। ऐसे हालात उत्तर प्रदेश में दिखाई दे रहे हैं।