रायबरेली में प्रस्तावित विद्युत हड़ताल रायबरेली रणनीति को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर की अध्यक्षता और पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह की उपस्थिति में एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें विद्युत विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों के साथ आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने और जनहित में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जनपद स्तर पर तकनीकी स्टाफ की अलग-अलग टीमों का गठन किया जाए और उनकी सूची समय से पहले उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सभी विद्युत स्टेशनों, उपकरणों, और लाइनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इसके लिए जहां CCTV कैमरे लगे हैं, उन्हें तुरंत चेक कर क्रियाशील किया जाए। वहीं, जिन संस्थानों में जेनसेट मौजूद हैं, उन्हें भी सक्रिय स्थिति में रखा जाए ताकि किसी भी आपात स्थिति से तत्काल निपटा जा सके।
👉 Read it also :थाना दिवस पर डीएम-एसपी ने सुनीं फरियादें, दिए सख्त निर्देश
डीएम हर्षिता माथुर ने यह भी निर्देशित किया कि सभी एसडीएम और नगर निकाय अधिकारी अपने क्षेत्र के पुलिस क्षेत्राधिकारियों के साथ मिलकर संवेदनशील स्थलों का निरीक्षण करें और आपात स्थिति में समन्वय कैसे किया जाएगा, इसकी विस्तृत कार्ययोजना बनाएं।
पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि सभी विद्युत केंद्रों पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जाए ताकि किसी भी प्रकार की बाधा या उपद्रव की स्थिति से निपटा जा सके। सुरक्षा के साथ-साथ कानून व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
बैठक में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) सिद्धार्थ, अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा, सिटी मजिस्ट्रेट राम अवतार, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रफुल्ल कुमार शर्मा और चीफ इंजीनियर आरपी प्रसाद सहित संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
प्रशासन की यह तैयारी दर्शाती है कि वह किसी भी परिस्थिति में आम जनता को प्रभावित नहीं होने देना चाहता और संकट की घड़ी में पुख्ता इंतजामों के साथ तैयार है।
📲 समाचार सीधे व्हाट्सएप पर पाएं
देश-दुनिया की राजनीति, विकास और सामाजिक विषयों पर ताज़ा अपडेट्स के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें।
👇
🔗 WhatsApp Group Join Link