रायबरेली जनपद के थाना महराजगंज में शनिवार को थाना दिवस डीएम एसपी फरियाद कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी हर्षिता माथुर और पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान राजस्व विवाद, आपसी रंजिश, महिला उत्पीड़न, भूमि विवाद सहित कई शिकायतें सामने आईं। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शिकायतों का निस्तारण गुणवत्ता और पारदर्शिता के साथ समयबद्ध किया जाए।
डीएम हर्षिता माथुर ने स्पष्ट कहा कि किसी भी मामले में लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि किसी शिकायत की जांच आवश्यक हो, तो उसे निष्पक्ष और निर्भीकता से किया जाए। दोषियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया की पारदर्शिता जनता के विश्वास की बुनियाद है और इसे किसी भी हालत में कमजोर नहीं होने दिया जाएगा।
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उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि राजस्व मामलों के समाधान के लिए राजस्व और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम गठित की जाए। जिलाधिकारी ने थाना दिवस रजिस्टर और भूमि विवाद रजिस्टर की भी जांच की और अधिकारियों को निर्देशित किया कि रजिस्टर में दर्ज प्रकरणों का शीघ्रता से निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उनका कहना था कि जमीनी विवादों के मामलों में देरी सामाजिक तनाव को जन्म देती है, जिसे प्रशासनिक सख्ती से रोका जा सकता है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने भी अधीनस्थ अधिकारियों को चेताया कि थाना दिवस केवल खानापूर्ति का आयोजन नहीं होना चाहिए, बल्कि इसका उद्देश्य वास्तविक न्याय उपलब्ध कराना है। इस मौके पर एसडीएम महराजगंज सचिन यादव, तहसीलदार मंजुला मिश्रा सहित कई प्रशासनिक अधिकारी और विभागीय कर्मचारी मौजूद रहे।
थाना दिवस की यह पहल प्रशासन और आमजन के बीच संवाद और भरोसे की मजबूत कड़ी के रूप में उभर रही है। इससे न केवल आम लोगों की समस्याएं सुनने का अवसर मिल रहा है, बल्कि उनके समाधान की प्रक्रिया भी अधिक संगठित और प्रभावी हो रही है।
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