हमीरपुर। जिले की नगर पंचायत सुमेरपुर से संबद्ध लोक निर्माण विभाग खंड 2 के अवर अभियंता काे साेमवार बांदा से आई 12 सदस्यीय एंटी करप्शन टीम ने ठेकेदार से 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया। ठेकेदार की तहरीर पर सदर कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है। टीम जेई को अपने साथ बांदा ले गई है।
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सुमेरपुर निवासी नगर पंचायत के ठेकेदार प्रवीन कुमार पुत्र स्वर्गीय छेदीलाल ने 2022-23 में विकास कार्य कराए थे, जिसका भुगतान हो चुका था। इसकी सिक्योरिटी निकाले जाने को लेकर ठेकेदार कई दिनों से अवर अभियंता रमेश कुमार गुप्ता पुत्र स्वर्गीय कन्हैया लाल गुप्ता संप्रति अभियंता खंड 2 लोक निर्माण विभाग हमीरपुर के चक्कर लगा रहा था। ठेकेदार ने बताया कि 29 अगस्त को उसने नगर पंचायत के ईओ से शिकायत की थी। तीन सितंबर को पंचायत के लिपिक ने आख्या में सिक्योरिटी निकासी को लेकर लोक निर्माण विभाग खंड संख्या 2 में कार्यरत अवर अभियंता रमेश गुप्ता की रिपोर्ट मांगी। तब से वह लगातार अवर अभियंता के संपर्क में था।
उसकी दो लाख रुपये की सिक्योरिटी के एवज में जेई ने 20 हजार रुपये की मांग की थी। बगैर घूस लिए रिपोर्ट लगाने को जेई तैयार नहीं था। छह सितंबर को उसने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम बांदा से की थी। इसके बाद टीम ने कमीशन खोर अवर अभियंता को दबोचने का तानाबाना बुना। सोमवार दोपहर एक बजे पीडबल्यूडी दफ्तर पहुंची टीम ने जेई को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते दबोच लिया।
एफआईआर दर्ज होते ही इंजीनियर को कस्टडी में बांदा ले गई टीम
विजिलेंस टीम के प्रभारी निरीक्षक श्याम बाबू, के नेतृत्व में निरीक्षक साबिर अली, निरीक्षक ओमप्रकाश, सिपाही शिवप्रकाश शर्मा, देवेन्द्र प्रताप सिंह, सचिन कुमार चौरसिया, अजय कुमार सैनी, चन्द्रपाल सिंह, नितिन कंचन, अभिषेक सिंह, सुंदर रैकवार व शारदा प्रसाद यादव आदि सिपाहियों के साथ यहां रिश्वतखोरी में जेई को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। टीम प्रभारी श्याम बाबू ने बताया कि विजिलेंस टीम के प्रभारी निरीक्षक श्याम बाबू ने सोमवार को शाम बताया कि ठेकेदार की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है। सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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