वॉशिंगटन। अमेरिका ने माना है कि सीरिया में कोलिशन फोर्सेस के हवाई हमले में सीरिया के जवान मारे गए हैं। अमेरिका की तरफ से ये बयान रूस के आरोप के बाद आया है। रूस ने कहा था कि अमेरिकी हमले में कम से कम 62 जवान मारे गए हैं। सीरिया में अमेरिका कोलिशन फोर्सेस के साथ मिलकर आईएसआईएस के खिलाफ वॉर छेड़े हुए है। वहीं रूस भी सीरिया सरकार से साथ मिलकर लड़ रहा है। पेंटागन के सेंट्रल कमांड के एक अफसर के मुताबिक, ‘कोलिशन फोर्सेस ने शनिवार को दाएश इलाके में हमला किया था। हमले को उस वक्त तुरंत रोक लिया गया जब रूसी अफसरों ने बताया कि वहां सीरियाई जवान रह रहे हैं। यूएस मिलिट्री ऑफिशियल के मुताबिक, सीरियाई जवानों के ठिकाने पर हमले में टैंक्स समेत आधा दर्जन व्हीकल्स भी खत्म हो गए। अमेरिका ने सीरियाई जवानों के मारे जाने पर संवेदना भी जताई है। पेंटागन ने ये भी कहा है कि सीरियन मिलिट्री यूनिट को निशाना बनाने का उनका मकसद नहीं था। अमेरिका ने इसे अपनी इंटेलिजेंस की चूक भी बताया है। सीरिया की आम्र्ड फोर्स के मुताबिक, कोलिशन एयरक्राफ्ट ने दीर एजोर एयरपोर्ट के पास सीरियाई मिलिट्री के इलाके पर हमला किया। ये पहली बार है जब फोर्सेस ने सीरियाई फौज के ठिकाने को निशाना बनाया।