इस्लामाबाद। अतंकवाद को लेकर एक दूसरे की चिंताओं पर ध्यान देने के लिए पकिस्तान और अफगानिस्तान ने एक वार्ता तंत्र को सक्रिय किया है और अगले सप्ताह एक समझौता कर सकता है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से रविवार को मिली।
समाचार पत्र डॉन की वेबसाइट के मुताबिक, पाकिस्तान के विदेश मामले के सलाहकार सरताज अजीज ने आगामी आर्थिक सहयोग संगठन (ईसीओ) सम्मेलन पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह खुलासा किया।
अजीज ने कहा, “दोनों देशों ने आतंकवाद को समान दुश्मन माना है और इस समस्या से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने पर सहमत हैं। हम संयुक्त तंत्र विकसित करने के लिए चर्चा कर रहे हैं। “
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान काफी लंबे समय से एक दूसरे पर आतंकियों को शरण देने का आरोप लगाते रहे हैं और पाकिस्तान में हाल में हुए आतंकी हमलों के बाद यह मुद्दा एक बार फिर प्रकाश में आया है।
इन हमलों को लेकर पाकिस्तान ने नाराजगी जताई और 76 वांछित आतंकियों को सौंपने की मांग की। इतना ही नहीं किस्तान ने पड़ोसी देश सीमा से सटे आतंकियों के ठिकानों पर गोले बरसाए और पारगमन चौकियां बंद कर दीं।
उधर, जवाब के तौर पर अफगानिस्तान ने तालीबान, हक्कानी नेटवर्क और अन्य आतंकी संगठनों के 85 नेताओं को सौंपने की मांग की। साथ ही पाकिस्तान में कथित 32 आतंकी प्रशिक्षण केंद्रों के खिलाफ कार्रवाई की इच्छा जाहिर की।
इसके अलावा अफगानिस्तान ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि लगातार हिंसा जारी रहने पर वह आतंकी संगठनों और उनके समर्थकों के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों की मांग करेगा।
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