हर व्यक्ति को घर परिवार चलाने के लिए नौकरी करनी पड़ती है। मगर, कुछ काम ऐसे हैं, जिसमें कैंसर होने का खतरा अधिक होता है। वैज्ञानिक शोध में पाया गया है कि जो लोग विनिर्माण, फ्लाइट अटेंडेंट और माइनिंग के सेक्टर में नौकरी करते हैं, उन लोगों में अन्य व्यवसायों में काम करने वाले लोगों की तुलना में कैंसर होने का जोखिम अधिक होता है।
इन स्वास्थ्य समस्याओं में स्तन और त्वचा कैंसर सहित विभिन्न प्रकार के कैंसर हो सकते हैं। शोधकर्ताओं ने कार्यस्थल में विभिन्न प्रकार के रसायनों, सूर्य के प्रकाश और विकिरण के संपर्क में आने वाले कई कारकों को कैंसर होने के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
कार्यस्थल और कैंसर जोखिम
अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के अनुसार, सुरक्षा नियमों में वृद्धि किए जाने के बाद से पिछले कुछ दशकों में कार्यस्थल से संबंधित कैंसर होने की दर में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। अमेरिका में कैंसर पैदा करने वाले पदार्थों के व्यावसायिक जोखिम की वजह से केवल चार फीसद कैंसर के मामले सामने आते हैं। वहीं, यूनाइटेड किंगडम में कैंसर से होने वाली मौतों में से महज पांच फीसद के लिए व्यावसायिक जोखिम जिम्मेदार थे।
खेती
किसान अपने दिन का अधिकांश समय बाहर काम करते हुए बिताते हैं। लिहाजा, वे काफी समय तक धूप में रहते हैं। सूर्य की किरणों से निकलने वाली पराबैंगनी या यूवी विकिरण मेलेनोमा नामक घातक प्रकार के त्वचा कैंसर का मुख्य कारण बन जाती हैं। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों के अनुसार, अमेरिका में त्वचा कैंसर सबसे आम कैंसर है। हर 57 मिनट में मेलेनोमा की वजह से कोई मौत होती है। यूवी किरणों के अलावा अधिकांश किसान उर्वरक, कीटनाशकों, दवाओं, कवक, सॉल्वैंट्स और ईंधन सहित हानिकारक कृषि रसायनों के भी संपर्क में आते हैं, जिससे कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।
निर्माण
किसानों की तरह, कंस्ट्रक्शन के काम में लगे मजदूर भी दिन का ज्यादातर समय सूरज की तेज रोशनी में बिताते हैं। हालांकि, वे एस्बेस्टस नाम के एक खनिज पदार्थ के संपर्क में अधिक आते हैं, जो कभी अमेरिकी निर्माण सामग्री में एक आम घटक था। अमेरिका में लोगों के स्वास्थ्य के लिए एस्बेस्टस अभी भी एक खतरा बना हुआ है।
मेन्यूफेक्चरिंग और माइनिंग
फैक्ट्री श्रमिकों और खनन क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों को जीवाश्म ईंधन सहित कोयला उत्पादों, बेंजीन, डीजल इंजन से निकलने वाले धुएं और खनिज तेल जैसे कई हानिकारक रसायनों के संपर्क में आना पड़ता है। शोधकर्ताओं ने ऐसे सबूत खोजे हैं, जो स्तन कैंसर के खतरे और कृषि व विनिर्माण उद्योगों के बीच संबंध को दर्शाते हैं। बढ़ते जोखिम वाले क्षेत्रों में ऑटोमोटिव प्लास्टिक मेन्यूफेक्चरिंग, खाद्य डिब्बाबंद और धातु-काम शामिल थे।
एयर होस्टेस
हाल के एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि धूम्रपान करने वाले और मोटापे के निम्न स्तर जैसे अच्छे स्वास्थ्य व्यवहार होने के बावजूद एयर होस्टेस को आम लोगों की तुलना में सभी तरह के कैंसर होने का जोखिम अधिक होता है। उन्होंने यह भी देखा कि महिला केबिन क्रू के सदस्यों में स्तन, मेलेनोमा और गैर-मेलेनोमा कैंसर विकसित होने का जोखिम अधिक होता है। फ्लाइट अटेंडेंट नियमित रूप से यूवी और आयनकारी विकिरण के संपर्क में आती हैं।