नई दिल्ली। डाटा लीक मामले को दरकिनार करते हुए नौसेना ने छह स्कॉर्पीन पनडुब्बियों को शामिल करने की समयसीमा तय कर दी है। फ्रांसीसी डिजाइन वाली इस पनडुब्बी में से दो इस वर्ष के अंत तक नौसेना में शामिल हो जाएंगी।
नौसेना के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि पहली अत्याधुनिक पनडुब्बी कल्वारी का इस वर्ष के मध्य तक बेड़े में शामिल हो जाना तय है। इस पनडुब्बी में मिसाइल और हथियार प्रणाली की जटिल प्रक्रिया पूरी होने के करीब है। पनडुब्बियों का निर्माण मुंबई के मझगांव डॉक लिमिटेड में हो रहा है।
3.5 अरब डॉलर (233,547,475,000 रुपये) की लागत वाली पी-75 परियोजना के तहत फ्रांसीसी रक्षा कंपनी डीसीएनएस के सहयोग से यह निर्माण किया जा रहा है।
योजना के अनुसार, दूसरी पनडुब्बी खांडेरी इस वर्ष के अंत तक नौसेना के बेड़े में शामिल की जाएगी। इसके बाद नौ महीने के अंतराल पर अन्य पनडुब्बियां शामिल की जाएंगी।
हिंद महासागर में चीनी नौसेना के विस्तार को देखते हुए इन पनडुब्बियों को शामिल किया जाना महत्वपूर्ण है। इससे भारतीय नौसेना की ताकत बढ़ेगी।