भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व भारतीय कप्तान भी तब अपनी हंसी नहीं रोक पाए जब उनसे पूछा गया कि क्या किसी पार्टी ने अगले साल होने वाले चुनावों में उम्मीद्वार बनने के लिये उनसे संपर्क किया है. द्रविड़ ने हंसते हुए कहा, ”किसी ने मुझसे संपर्क नहीं किया और मेरी इसमें दिलचस्पी भी नहीं है. असल में मेरी राजनीति में ही कोई दिलचस्पी नहीं है.” पूर्व में कई भारतीय क्रिकेटर राजनीति में उतरते रहें हैं लेकिन एक जमाने में ‘फैब फाइव’ के नाम से मशहूर रहे सचिन तेंदुलकर, द्रविड़, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और वीरेंद्र सहवाग ने तमाम अटकलबाजियों के बावजूद खुद को राजनीति से दूर रखा. गांगुली हालांकि क्रिकेट प्रशासन में प्रवेश कर चुके हैं और वर्तमान में बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं.
उधर, 53 वर्षीय बॉलीवुड अभिनेता ने रविवार को एनडीटीवी के विशेष युवा सम्मेलन ‘युवा’ के एक सत्र के दौरान कहा था कि वह इससे डरते हैं और उन्हें लगता है कि वह अपनी फिल्मों के माध्यम से बेहतर प्रभाव डाल सकते हैं. आमिर ने कहा, ‘मैं राजनेता नहीं बनना चाहता हूं. मैं इसके लिए नहीं हूं. मैं एक संप्रेषक हूं. मुझे राजनीति में रुचि नहीं है….मैं राजनीति से डरता भी हूं. कौन नहीं डरता है?’ उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैं इससे दूर रहता हूं. मैं एक रचनात्मक व्यक्ति हूं. राजनीति मेरा काम नहीं है. मैं लोगों का मनोरंजन करना चाहता हूं. मुझे लगता है कि मैं एक राजनेता से ज्यादा एक रचनात्मक इंसान के रूप में बेहतर करने में सक्षम हो पाऊंगा.’