
जानकारी के अनुसार कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए घाटी के विभिन्न भागों में प्रशासन ने धारा 144 लगाई गई है। जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर देर रात को यातायात की आवाजाही रही। घाटी में रेलसेवा, शिक्षा संस्थान, बैंक, पोस्ट आफिस आदि पिछले 24 दिनों से बंद है। कश्मीर घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अभी भी बंद रखी गईं है। सभी नेटवर्कों की पोस्टपेड मोबाइल टेलीफोन सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। प्रीपेड कनेक्शनों पर फोन आने की सुविधा बहाल कर दी गई हैं लेकिन इन नंबरों से कॉल की नहीं जा सकती। अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी, मीरवाइज उमर फारूख और यासीन मलिक सहित अन्य अलगाववादी नेता अभी नजरबंद व हिरासत में हैं। आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद भडके हिंसक प्रदर्शनों में अब तक 56 लोग मारे जा चुके हैं तथा 3200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।