तिरवनंतपुरम। केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने ईवीएम में छेड़छाड़ के बारे में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के आरोपों को आज ‘बेतुका’ बताया और कहा कि यह आरोप उन पर ही भारी पड़ेगा।
नायडू ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस अपनी नाकामियों को छिपाने और भाजपा को जीत का जश्न मनाने से रोकने के लिए मुद्दों को खोज रही है। उनके (विपक्षी दल) पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वे मुद्दे गढ़ रहे हैं और हार के लिए उनका बहाना ईवीएम के खिलाफ आरोप है।
‘वे जीते तब ईवीएम ठीक थी’
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मंत्री ने कहा कि वे यह बात भूल गए कि वे 2004, 2009 में जीते थे तब भी ईवीएम का इस्तेमाल किया जाता था।
जब वे जीते तब ईवीएम ठीक थी, अब जब भाजपा जीती है तो वे कहते है कि इसमें कुछ गड़बड़ी है। ईवीएम मुद्दे पर पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली के विचारों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेताओं और पार्टी के मुख्यमंत्रियों से विचार विमर्श किए बिना निर्णय ले रही है।
राजस्थान के अलवर में एक डेयरी किसान को पीट पीटकर मारने के आरोपों और एेसी ही घटनाओं पर नायडू ने कहा कि कानून एवं व्यवस्था राज्य का विषय है।
राजग सरकार पर ‘मनमाने ढंग से संसद और अन्य संस्थानों को दरकिनार’ करने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल राज्यसभा और संसद के कामकाज में बाधा डाल रहे हैं।
संविधान से इतर अधिकारों के इस्तेमाल पर उन्होंने कहा कि राजग सरकार में ‘प्रधानमंत्री अध्यक्षता करते हैं और प्रधानमंत्री फैसले लेते हैं और वह सहयोगपूर्ण संघवाद का पालन करते हैं।’
सोनिया गांधी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘लेकिन संप्रग सरकार में प्रधानमंत्री अध्यक्षता करते थे और मैडम फैसले लेती थीं। हर जगह यह बात होती थी।’