तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने रविवार को हुए चुनाव में पूर्ण बहुमत से जीत हासिल की, तुर्की के सुप्रीम इलेक्शन काउंसिल (वाईएसके) ने सोमवार तड़के बताया कि एर्दोगन को अब तक हुई 97.7 फीसदी मतगणना में पूर्ण बहुमत मिला. वाईएसके के प्रमुख सादी गुवेन ने कहा, “जिन वोटों की अभी तक गणना नहीं हुई है, उससे नतीजें प्रभावित नहीं होंगे,”
एर्दोगन को कुल 52.54 फीसदी वोट मिले
एर्दोगन को कुल 52.54 फीसदी वोट मिले जबकि उनकी विपक्षी पार्टी रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (सीएचपी) के उम्मीदवार मुहर्रम इंसे को 30.68 फीसदी वोट मिले. गुवेन का कहना है कि सत्तारूढ़ जस्टिस एंड डेवलपमेंट (एके) पार्टी संसदीय चुनाव में भी आगे है, पार्टी को 42.4 फीसदी वोट मिले है. राष्ट्रपति और संसदीय चुनाव के लिए मतदान रविवार को हुए थे. संसदीय चुनाव के लिए आठ राजनीतिक दल चुनावी मैदान में हैं जबकि एर्दोगन सहित छह उम्मीदवार राष्ट्रपति चुनाव में आमने-सामने थे.
एर्दोगन ने इसे बताया लोकतंत्र की जीत
निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक, इस दौरान मत प्रतिशत लगभग 87 फीसदी रहा. एर्दोगन ने सोमवार तड़के अपने विजयी संबोधन में कहा, “इस चुनाव का विजेता लोकतंत्र, लोगों की इच्छा और हर 8.1 करोड़ नागरिक है.” उन्होंने कहा, “मैं एक बार फिर देश को बधाई देना चाहूंगा, यह लोकतंत्र की एक और परीक्षा रही और हमने इसे सफलतापूर्वक पास कर लिया.”
प्रधानमंत्री बिनाली यिलदिरीम ने भी अंकारा में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, “आज जश्न मनाने का दिन है, आज तुर्की का दिन है. आज का दिन 8.1 करोड़ लोगों है, जो जीते हैं और कोई भी नहीं हारा.” बीबीसी के मुताबिक, एर्दोगन 2014 में राष्ट्रपति बने थे, वह इससे पहले 11 वर्षो तक देश के प्रधानमंत्री रहे.
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