लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डा. मोहन राव भागवत ने कहा कि आज पूरे विश्व में महाभारत जैसी स्थिति बनी हुई है। ऐसे में पूरी दुनिया भारत की ओर आशा भरी निगाहों से देख रही है। उन्होंने कहा कि आज संघ कार्य को गति देने की आवश्यकता है। शुक्रवार को निरालानगर स्थित माधव सभागार में संघ पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए डा. मोहन भागवत ने कहा कि संघ के सभी वैचारिक संगठन मिलजुलकर कार्य को आगे बढ़ाएं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के विकास के लिए गांवों का विकास होना जरूरी है। जातिवाद जैसी समस्या पर संघ प्रमुख ने कहा कि पूरा समाज इससे निजात पाना चाहता है लेकिन कुछ तथाकथित लोग इसमें बाधक हैं।
संगठनात्मक और जागरण टोली के कार्य की समीक्षा करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि इन विभागों को अपने कार्य में तेजी लाने की जरूरत है। गतिविधियों की धीमी रफ्तार पर उन्होंने चिंता भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि गतिविधियों से नये-नये लोगों को जोड़ना चाहिए। सरसंघचालक ने कहा कि कार्य को सर्वस्पर्शी बनाने के लिए लीक से हटकर भी कुछ नए प्रयोग करने होंगे। इसके लिए कार्यकर्ताओं में प्रशिक्षण के माध्यम से गुणात्मक वृद्धि पर जोर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मतांतरण बिल्कुल नहीं होना चाहिए। तथाकथित नेताओं को छोड़कर संघ की गतिविधियों जैसे ग्राम्य विकास, परिवार प्रबोधन और धर्मजागरण का कोई विरोध नहीं करता। इसके लिए अपने कार्यकर्ताओं को समाज में होने वाली अराष्ट्रीय गतिविधियों की सही जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने शाखा में आने वाले स्वयंसेवकों की गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर दिया।
शुक्रवार को बैठक में पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र एवं चारों प्रान्तों के संघचालक, कार्यवाह, प्रचारक एवं प्रचारक प्रमुखों ने हिस्सा लिया। इसी तरह क्षेत्रीय एवं प्रान्तीय कार्य विभाग के प्रमुखों के अलावा प्रान्तीय गतिविधि प्रमुख जैसे धर्म जागरण, सामाजिक समरसता, सामाजिक सद्भाव, परिवार प्रबोधन एवं ग्राम्य विकास विभाग के प्रमुखों ने भी बैठक में हिस्सा लिया।