प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी के तहत 500 और 1000 रुपये के नोट प्रतिबंधित किये थे . जो नोट भारत में प्रचलन से बाहर हो गए उन्हें पाकिस्तान खरीद रहा है.ऐसे में आपको यह जिज्ञासा स्वाभाविक है कि आखिर पाकिस्तान भारत के इन बंद नोटों को खरीदने में क्यों रूचि ले रहा है, तो बता दें कि वह इन नोटों का इस्तेमाल नकली नोट बनाने के लिए कर रहा है.
भारतीय जांच एजेंसियों के अनुसार पाकिस्तान भारत के पुराने बंद हुए नोटों को नेपाल में फैले आईएसआई की मदद से बेहद सस्ते दामों में खरीदकर पाकिस्तान के दो प्रिंटिंग प्रेस में भेजने का काम कर रहा है. पाकिस्तान भारत में फिलहाल चल रहे 50 रुपये, 500 रुपये और 2000 रुपये की नई करेंसी की हूबहू नकल करने के लिए वह बड़ी संख्या में बंद पुराने नोट खरीद रहा है .
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान पुरानी करेंसी को अपने प्रिंटिंग प्रेस पहुंचाकर उसमें लगे सुरक्षा तार को निकालने की तैयारी में है. ताकि वह इस तार का इस्तेमाल भारत की नई करेंसी की नकल बनाने में कर सके जिससे नोट बिलकुल असली की तरह दिखे. इस साजिश में नेपाल में स्थित कई संदिग्ध लोग प्रतिबंधित करेंसी को भारत अथवा नेपाल में एकत्र कर पाकिस्तान भेजने में लगे हुए हैं. ख़ुफ़िया सूत्र का कहना है कि जिन प्रिंटिंग प्रेस में भारत की प्रतिबंधित करेंसी भेजी जा रही है, उसी प्रिंटिंग प्रेस में पाकिस्तान की करेंसी भी छापी जाती है
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