लखनऊ। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट को कई जिलाधिकारी पलीता लगा रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन तथा मिशन क्लीन यूपी ग्रीन को फेल करने में कई जिलाधिकारियों की लापरवाही सामने आयी है। शौचालय निर्माण का पैसा भी कई जिलाधिकारी दबाये बैठे हैं।
इसका राज मिशन डायरेक्टर अमित गुप्ता की कड़ी समीक्षा बैठक में शनिवार को हुआ। अमित गुप्ता यूपी में स्वच्छ भारत मिशन के डायरेक्टर है। समीक्षा के दौरान पता चला कि स्वच्छ भारत मिशन और मिशन क्लीन यूपी ग्रीन का पैसा कई जिलों में डम्प पड़ा है। कुशीनगर में 28 करोड़, इलाहाबाद में 24 करोड़, मिर्जापुर 21 करोड़ और कानपुर नगर 18 करोड़ डंप है। सहारनपुर में 16 करोड़ और मऊ में 14 करोड़ डंप है। जबकि रायबरेली में शौचालय निर्माण पर 13 करोड़ इस्तेमाल नहीं हुआ है। रायबरेली में 14 करोड़, जौनपुर में 13 करोड़ का इस्तेमाल नहीं हुआ है। जबकि पीएम के संसदीय क्षेत्र में स्व्च्छ भारत मिशन की हालत पतली है। वाराणसी में शौचालय निर्माण में 13 करोड़ का फंड अनुपयोगी है। इसकी जानकारी होने पर डायरेक्टर अमित गुप्ता ने कई जिलाधिकारियों को कड़ी चेतावनी जारी की है।
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