लखनऊ। राजधानी में कई बार बदमाशों ने महिला एवं पुरूष की हत्याकर उसके शव को टुकड़े-टुकड़े कर अलग-अलग स्थानों पर फेंककर फरार हो गये। बीत साल 2015 में अमीनाबाद की रहने वाली युवती को बदमाशों ने निशाना बनाते हुए टुकड़े-टुकड़े का पीजीआई थाना क्षेत्र में फेंककर फरार हो गये। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उसके बाद फिर 4 दिसम्बर, 2015 को दो महिलाओं की हत्या कर हत्यारों ने शव को दो टुकड़े कर मडिय़ाव थाना क्षेत्र में फरार हो गए। जिसका पुलिस आज तक पता नहीं लगा पायी कि महिलाएं कौन थी। कहां की रहने वाली थी। वैसी ही एक घटना फिर राजधानी के तालकटोरा थाना क्षेत्र में प्रकाश में आयी। जहां एक युवक का कटा हुआ पैर मिला। पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में तलाश की लेकिन कोई धड़ नहीं मिला। पुलिस इस बात पता लगाने का प्रयास कर रही है कि यह पैर किसका है। कौन यहां फेंककर फरार हो गया। पैर मिलने से क्षेत्र में हड़कम्प मच गया, सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने पैर को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जानकारी अनुसार राजधानी के तालकटोरा थाना क्षेत्र के एफ ब्लाक में कूड़े के ढ़ेर के पास एक युवक का कटा हुआ पैर मिला है। पैर की खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गयी। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने पैर को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। लोगों ने अशंका जताते हुए बताया कि युवक की हत्या कर हत्यारों ने टूकड़े-टूकड़े कर अलग-अलग स्थानों में फेंक दिया होगा। जिससे उसकी पहचान न हो सके। फिलहाल पुलिस का कहना है कि घटना स्थल से आलमनगर स्टेशन करीब है। किसी व्यक्ति का पैर रेलवे लाइन पर कट गया होगा, तो जानवर उठा लाए होंगे। लेकिन सवाल यह भी उठता है की क्या कोई रेलवे लाइन पर घायल हुआ होगा, तो वह अपना पैर छोड़कर चला गया होगा। अक्सर देखा गया है कि दुर्घटना में घायल व्यक्ति के साथ उसके अंग भी भेज दिया जाता है। पर यह पैर कहा से आया इस बात का जवाब किसी के पास नहीं है।
थाना अध्यक्ष अशोक कुमार यादव का कहना है कि पैर को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पैर का पता नहीं लग पाया है कि पैर किसका है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।