बलरामपुर। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जनपद के अन्तर्गत राप्ती नदी में आयी बाढ़ के कारण तुलसीपुर-बलरामपुर मार्ग बदहाल हो गये हैं। सड़क पर पानी भरने के कारण मिट्टी व गिट्टी बह गयी है। वाहनों के अत्यधिक आवागमन होने से सड़कों पर गड्ढ़े हो गये हैं। यह समस्या हर वर्ष वर्षा के दिनों में होती है। नदियों में बाढ़ आने से हर वर्ष बने सड़कों तथा डीप पर पानी का तेज बहाव आ जाने से हफ्तो तक बन्द रहते हैं।
जनपद का प्रमुख सड़क मार्ग जिसके हल की पहल किसी जनप्रतिनिधि ने आज तक नही की जबकि जनपद के चारों बिधानसभा सीट पर सत्ता पक्ष के विधायकों का कब्जा है। राप्ती नदी में उफान के कारण हर वर्ष बाढ़ से तुलसीपुर- बलरामपुर व गौरा बलरामपुर मार्ग के भुसैलवा तथा बेलहा डीप पर पानी आने से हफ्तो मार्ग बन्द हो जाता है। यही स्थिति महराजगंज से ललिया सड़क मार्ग पर बने डीप पर खरझार नाले का पानी आने से आवागमन बन्द हो जाता है। जनपद के सैकड़ों ग्राम टापू बन जाते हैं । बाढ़ राहत के नाम पर हर वर्ष करोड़ों रुपए पानी की तरह पानी में बहाये जाते है। समस्या का स्थाई निदान अब तक किसी जनप्रतिनिधि ने नही की। जबकि जनपद के चारों बिधान सभा बलरामपुर, उतरौला, तुलसीपुर, गैशड़ी सीटों पर सत्ता पक्ष का कब्जा होने के बावजूद किसी बिधायक ने समस्या के निदान की पहल नही की। स्थानीय निवासी बिष्नु देव गुप्ता, प्रदीप सिंह,आकाश जायसवाल, आलोक गुप्ता सहित दर्जनों लोगों ने सयुक्त रूप से हस्ताक्षर कर जनहित में उक्त मार्गों के डीपो पर पुल बनाए जाने की मांग मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर की है।