लखनऊ। मड़ियांव इलाके में मंगलवार की सुबह एक युवक ने बाथरूम में फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला कर ली।
घटना की जानकारी पाकर सीओ अलीगंज डॉ मीनाक्षी मड़ियांव पुलिस के साथ मौके पर पहुंची। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मड़ियांव के ईबी 105 सेक्टर राजेंद्र सिंह एक दवा कंपनी में काम करते हैं। राजेंद्र के परिवार में उनके साथ बूढ़ी मां पत्नी अंजनी और दो बेटों अमित और अंकित समेत भाई का परिवार भी रहता है। बड़ा बेटा अमित (24) शेयर मार्केट में निवेशक था। मंगलवार सुबह अमित घर की तीसरी मंजिल पर बने बाथरूम में नहाने गया था।
काफी देर तक अमित नीचे नहीं आया तो लगभग 8:30 बजे अमित की मां अंजनी छत पर गई। बाथरूम खोल के अंदर गई तो अमित साड़ी के सहारे कुंडे से लटका हुआ था। नजारा देख अंजनी चीख पड़ी और गश खाकर गिर गई।
अंजनी की चीख सुनकर बाकी परिवार के लोग भी छत पर पहुंचे। घर वालों ने आनन-फानन में उसे नीचे उतारा और नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक अमित दम तोड़ चुका था।
घटना की जानकारी पर पहुंची मड़ियांव पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इंस्पेक्टर मंडियांव नागेश मिश्रा ने बताया कि कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। इस मामले की जांच की जा रही है।
आखिर क्या थी परेशानी की वजह
मृतक के दोस्त विशाल ने बताया कि सोमवार रात उसकी मृतक से बात हुई थी तो उसने अपने जीजा को स्टेशन छोड़ने के लिए कहा था। इस पर मृतक ने सुबह छोड़ने के लिए हां की थी, पर सुबह उसका फोन ही नहीं उठा।
बकौल विशाल मृतक गंभीर था और अपनी समस्याएं किसी को बताता नहीं था। विशाल ने यह भी बताया कि मृतक का एक युवती से प्रेम प्रसंग भी था और सोमवार शाम जब वह मिला था तो परेशान लग रहा था।
हालांकि परिवार के लोगों में यह चर्चा का विषय बना रहा कि पिछले कुछ दिनों से मृतक के शेयर बाजार के बिजिनेस में नुकसान चल रहा था, जिससे वह परेशान चल रहा था।