सोमवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में ‘नियमित परीक्षण’ के लिए 93 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भर्ती किया गया जिनका इलाज खुद एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया कर रहे है. उनकी तबियत जानने के लिए शाम 6 बजे राहुल गांधी सबसे पहले पहुंचे जिसके बाद एम्स में नेताओ के आने का सिलसिला शुरू हुआ. वाजपेयी आईसीयू में हैं और उनका डायलिसिस चल रहा है.
राहुल के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, पीएम मोदी, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह अस्पताल पहुंचे और वाजपई का हाल जाना. अस्पताल ने अपने बयान में कहा कि वरिष्ठ नेता की हालत स्थिर है और परीक्षण किया जा रहा है. एम्स ने एक बयान जारी कर कहा कि उनकी हालत स्थिर है. एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया की देखरेख में चिकित्सकों का एक दल परीक्षण कर रहा है. गुलेरिया पलमोनोलॉजिस्ट हैं और कई सालों से वाजपेयी के निजी चिकित्सक रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी.नड्डा ने भी कहा कि वाजपेयी को नियमित परीक्षण के लिए भर्ती कराया गया है.
एम्स की ओर से कहा गया है कि वाजपेयी इस समय कॉर्डियो न्यूरो सेंटर में हैं. किसी को भी उनसे मिलने की इजाजत नहीं है. उनके पास फिलहाल कोई नहीं जा सकता. वीआईपी मूवमेंट पर भी रोक लगा दी गई है. एम्स की ओर से कहा गया है कि वाजपेयी को डिस्चार्ज करने पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. हालांकि शाम 6 बजे के बाद से कई नेता उनसे मिलने पहुंचने लगे.
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