चेन्नई। अन्नाद्रमुक महासचिव वीके शशिकला को शनिवार को उस समय तगड़ा झटका लगा जब पार्टी प्रवक्ता, तमिलनाडु के एक मंत्री और दो सांसद कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम के खेमे में शामिल हो गए।
वहीं, बदलते घटनाक्रम के मद्देनजर शशिकला ने रिसॉर्ट में ठहरे उन विधायकों से जाकर मुलाकात की जो उनका समर्थन कर रहे हैं।
शनिवार को वरिष्ठ अन्नाद्रमुक नेता और पार्टी प्रवक्ता सी. पोन्नाईयन और पूर्व मंत्री एमएम राजेंद्र प्रसाद पन्नीरसेल्वम के साथ आ गए। पोन्नाईयन एमजी रामचंद्रन की कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके हैं। उनके अलावा राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री के. पंडियाराजन ने भी निष्ठा बदलते हुए शशिकला का साथ छोड़ दिया। पन्नीरसेल्वम का समर्थन करने वाले वह राज्य के पहले मंत्री हैं। जबकि, 37 अन्नाद्रमुक सांसदों में से दो के. अशोक कुमार (कृष्णागिरी) और पीआर सुंदरम (नामाक्कल) भी कार्यवाहक मुख्यमंत्री के खेमे में शामिल हो गए। उन्होंने पन्नीरसेल्वम के घर जाकर उनसे मुलाकात भी की।
दूसरी तरफ, अन्नाद्रमुक महासचिव शशिकला ने जहां कूवाथुर स्थित बीच रिसॉर्ट पहुंचकर समर्थक पार्टी विधायकों से बातचीत की, वहीं उन्होंने राज्यपाल विद्यासागर राव को पत्र लिखकर समर्थक विधायकों के साथ मिलने के लिए समय भी मांगा। इस पत्र में उन्होंने लिखा है कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं और हफ्तेभर पहले राज्यपाल उसे स्वीकार भी कर चुके हैं। लिहाजा, उन्हें जल्द से जल्द शपथ दिलाने के लिए कदम उठाए जाएं।
उन्होंने लिखा है कि वह अपने समर्थन में विधायकों की परेड कराने के लिए भी तैयार हैं। इससे पहले पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शशिकला ने कहा, ‘हम लोकतंत्र, न्याय और धैर्य रखने में विश्वास रखते हैं। लेकिन, एक सीमा तक ही हम धैर्य रख सकते हैं। इसके बाद हम सब मिलकर वो करेंगे जो किया जाना चाहिए।’ उनके इस बयान को पार्टी के राज्यसभा सदस्य वी. मैत्रीयन ने राज्यपाल को दी गई धमकी करार दिया। उन्होंने राष्ट्रपति और केंद्र सरकार से वीके शशिकला के खिलाफ ‘कड़ी कार्रवाई’ करने का अनुरोध किया।
राज्य के गरमाते राजनीतिक हालात के मद्देनजर राजभवन की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है और उसके बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। साथ ही पन्नीरसेल्वम ने जयललिता के पोएस गार्डन आवास को स्मारक बनाने के लिए हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया है। इसकी शुरुआत उन्होंने समर्थक मंत्री, पार्टी नेताओं और सांसदों की उपस्थिति में अपने ग्रीनवेज रोड स्थित आवास से की।
तमिलनाडु पुलिस भी शनिवार को उस रिसॉर्ट में पहुंची जहां शशिकला समर्थक विधायक ठहरे हुए हैं। शुक्रवार को ही मद्रास हाई कोर्ट ने दो वकीलों की उन बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिकाओं पर सुनवाई 12 फरवरी तक स्थगित कर दी थी जिनमें दो अन्नाद्रमुक विधायकों को तलाश करने की मांग की गई थी। पुलिस की कार्रवाई इन याचिकाओं के संदर्भ में की गई थी।