लखनऊ। सीएम योगी के अवैध स्लाटर हाउस बंद किये जाने के अभियान के चलते लखनऊ जू में टाइगर-शेरों का डाइट बुधवार से अचानक से बदल गई है।
बंदी के चलते शहर से सटे नजदीकी जनपद से आने वाले गोश्त सप्लाई में लेट लतीफी केचलते जू प्रशासन ने सभी मांसाहारी वन्यजीवों को पड़वे की जगह बकरे और मुर्गे के गोश्त का लंच-डिनर दिया।
जू में आदमखोर बाघ किशन, छेदी हो या बलरामपुर लायन हाउस में रह रही बब्बर शेरनी वसुंधरा। सफेद बाघ आर्यन-बाघिन विशाखा का परिवार हो या रायल बंगाल टाइगर का कुनबा इन सब के खुराक बदल गए है।
लखनऊ जू में मौजूदा समय में आर्यन-विशाखा समेत चार सफेद बाघ, 3 आदमखोर रायल बंगाल टाइगर समेत 7 बाघ, 8 बब्बर शेरों के अलावा लगभग 10 की संख्या में तेंदुए रहते हैं। सियार समेत मिलाकर लगभग डेढ़ से दो कुंतल के आसपास रोज पड़वे गोश्त की सप्लाई होती है।
लेकिन दो दिनों से चल रहे सीएम योगी के अवैध स्लाटर हाउस बंद किये जाने के अभियान के चलते बुधवार को पड़वे के तय गोश्त की सप्लाई नहीं हो पाई।
गोश्त नजदीकी जनपद केइलाके से आता है। वन्यजीवों को दोपहर बाद भोजन दिया जाता है। लेकिन सप्लाई न आने से देर शाम तक प्रशासन ने भारी मात्रा में इंतजाम कर मुर्गे-बकरे का गोश्त का भोजन दिया।
उपनिदेशक जू डा. उत्कर्ष शुक्ला ने बताया कि बड़ा जू होने केचलते हमारे पास बैकअप इंतजाम और लोकल इंतजाम दोनों ही रहते हैं। हमने बुधवार को सभी को मिले जुले मीट की खुराक दी। उधर, करीब डेढ़ महीने से दूसरे बाड़े में दिख रहे मगरमच्छ अपने पुराने सजकर तैयार हुये बाड़े में शिफ्ट किये गये।