उच्च शिक्षा के क्षेत्र में निजी संस्थानों की सात वर्षों से की जा रही रैंकिंग को उत्तर प्रदेश के साथ-साथ उत्तर भारत के नौ राज्यों में विस्तार किया है, जिसमें चौथी बार जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा (उ.प्र.) को उत्तर प्रदेश में सर्वश्रेश्ठ स्थान मिला है।
लोकप्रिय मासिक पत्रिका डायलॉग इण्डिया द्वारा किये गये इस सर्वे में हजारों लोगों से राय ली गयी और प्रत्यक्ष ज्ञान के आधार पर विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जा रही ढाँचागत सुविधाओ, आर्थिक क्षमता, पूर्ण बजट, शोध, शिक्षा का स्तर, पठन-पाठन के तरीके, इंटरनेट सुविधाऐं, प्रयोगशालाएँ, मेडिकल एवं खेलकूद सुविधाएँ, परिवहन सुविधा, प्लेसमेन्ट, दाखिले की प्रक्रिया व पैरामीटर, उचित शुल्क, शिक्षक एवं विद्यार्थी अनुपात व शिक्षक गुणवत्ता, व्यक्तित्व विकास के अवसर, सेमीनार, राश्ट्रीय व अर्न्तराश्ट्रीय संगोश्ठियों और भविश्य की योजनाओं आदि मानकों पर विश्वविद्यालयों एवं शैक्षणिक संस्थानों को परखा गया, जिसमें जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा (उ.प्र.) को इन सभी मानकों पर खरा उतरने पर उत्तर प्रदेश में ‘‘सर्वश्रेश्ठ निजी विश्वविद्यालय’’ की उपाधि से नवाजा गया है।
जीएलएविश्वविद्यालय, मथुरा (उ.प्र.) के सैक्रेटरी सोसायटी एवं कोशाध्यक्ष श्री नीरज अग्रवाल ने हर्श व्यक्त करते हुए कहा कि यह सफलता व सम्मान सम्पूर्ण ब्रज व प्रदेश का है। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए परिश्रम करना एक बात है और उस सफलता को निरन्तर बनाये रखना एक अलग बात। निःसन्देह इस सम्मान से जीएलए को दोगुनी उत्साह के साथ और कठिन परिश्रम करने की प्रेरणा मिलेगी।
निदेशक प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने विश्वविद्यालय को मिले गौरव पर हर्श व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का लक्ष्य ही विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा तथा रोजगार देने का रहा है। यही कारण है कि अब तक प्रतिश्ठित ‘‘द टाइम्स ऑफ इंडिया, टाइम्स इंजीनियरिंग और आई थ्री आरसी‘‘ के सर्वे में भी विश्वविद्यालय को देश में सर्वेश्रेश्ठ स्थान मिला है।
उन्होंने बताया कि ‘‘डायलॉग इण्डिया’’ राजनैतिक और सामाजिक घटनाक्रम पर नजर रखते हुए देश व समाज को जागरूक करने वाली मासिक पत्रिका है। यह पत्रिका गत सात साल से प्रदेश भर के विभिन्न श्रेणियों इंजीनियरिंग, प्रबन्धन, होटल प्रबन्धन, फार्मेसी, डेन्टल एवं मेडीकल आदि के सर्वोत्तम संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों पर सर्वे कर रही है, जिसमें मुख्यतः शैक्षणिक पद्धति, प्लेसमेन्ट, इन्फ्रास्ट्रक्चर, प्रयोगशालाओं एवं परिसर में छात्रों को उपलब्ध सुविधाओं आदि के आधार पर प्रदेश के सर्वोत्तम संस्थान और विश्वविद्यालयो को जनता के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है ताकि वे इसका लाभ उठाते हुए उच्च शिक्षा के साथ देश की प्रगति में अपना योगदान दें।