लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती के खिलाफ दिए गये विवादित बयान के कारण जेल गये पूर्व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने बसपा प्रमुख को चुनौती दी है कि सर्वसमाज की बात करने वाली मायावती में दम है तो प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से किसी भी सामान्य सीट से उनकी पत्नी स्वाति सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ के दिखाये। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी स्वाति सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने एक बार फिर मायावती पर चुनाव के टिकट बेंचने का आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे देश में मायावती से बड़ा भ्रष्ट नेता कोई नहीं है। सीबीआई की जांच हो जाए तो पता चल जाएगा कि मायावती किस कदर टिकट बेंचती है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं मायावती के खिलाफ सीबीआई जांच के लिए न्यायालय जायेंगे। उन्होंने जेल में उन्हे आम कैदी की तरह रखने की बात कह कर आशंका जतायी कि यह उनकी हत्या करवाने का षडयंत्र भी हो सकता है।
मऊ जेल से रविवार सुबह ही बेल से छूटे दयाशंकर लखनऊ पहुंच कर पहले अपने परिवार से मिले और फिर अपनी पत्नी स्वाति सिंह के साथ यहां प्रेस क्लब में मीडिया से रूबरू हुए। दयाशंकर ने कहा कि उन्होंने मायावती पर जो टिकट बेंचने का आरोप लगाया था, उस पर वह आज भी कायम है लेकिन इसके साथ ही उन्होंने जो टिप्पणी की थी उसके लिए उन्हें खेद है और वह इसके लिए माफी भी मांग चुके है। उन्होंने कहा कि वह तो इस मामले में तमाम सजाए भुगत चुके है, पद से हटा दिए गये, पार्टी से निकाल दिए गये लेकिन उनके परिवार के खिलाफ बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी और राम अचल राजभर ने सुनियोजित तरीके से अमर्यादित भाषा प्रयोग की उसके लिए उन्हे क्या सजा मिली। यह सभी लोग आज भी खुलेआम घूम रहे है और बसपा प्रमुख ने भी उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है। दयाशंकर ने कहा कि मेरे खिलाफ तो प्रदेश सरकार ने पुलिस और एसटीएफ को ऐसे लगा दिया था जैसे दाउद इब्राहिम को पकड़ना हो लेकिन नसीमुद्दीन सिद्दीकी और रामअचल राजभर जैसे बसपा नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई अभी तक क्यों नहीं हो रही है।
दयाशंकर ने बसपा प्रमुख को वोटो की सौदागर बताते हुए कहा कि वह दलितों और वंचितों के जज्बातों का सौदा करती है। उन्होंने कहा कि मायावती ने तो स्टेट गेस्ट हाउस कांड में उनकी जान बचाने वाले ब्रहमदत्त द्विवेदी के हत्यारे विजय सिंह को भी टिकटदे दिया था। दयाशंकर ने कहा कि सीबीआई जांच हो तो पता चल जायेगा कि मायावती के पास हजारो करोड़ रुपये की संपत्ति कहा से आयी और होमगार्ड की नौकरी करने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी, मायावती के भाई आनंद तथा वकील सतीश मिश्रा ने इतनी संपत्ति कैसे अर्जित कर ली। किसी अन्य दल में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा ने उन्हे निकाला है लेकिन उन्होंने पार्टी को नहीं छोड़ा है, उन्होंने कहा कि छात्र जीवन से ही वह भाजपा से जुड़े रहे और भाजपा उनके खून में शामिल है।
प्रेसवार्ता में उनके साथ मौजूद उनकी पत्नी स्वाति सिंह ने पुलिस प्रशासन पर साथ नहीं देने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हे अभी तक न्याय नहीं मिला है। स्वाति ने कहा कि उन्होंने मीडिया व पुलिस को सीडी दी थी जिसमे नसीमुद्दीन सिद्दीकी कह रहे थे कि दयाशंकर की बेटी को पेश करो, पत्नी को पेश करो, मां को पेश करो। इस समय डीएम व एसपी ट्रैफिक भी वहां खड़े दिख रहे है लेकिन इस मामले की जांच कर रहे सीओ हजरतगंज का कहना है कि उनके पास बहुत सारे काम है और जब समय मिलेगा तब वह सीडी देख लेंगे। स्वाति ने बताया कि लखनऊ की एसएसपी मंजिल सैनी ने सीडी के बाबत फोन पर बात करने पर कहा कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी बोल तो रहे है लेकिन वह नारे नहीं लगा रहे है, भाषण दे रहे है। उन्होंने कहा कि वह मीडिया के साथ लखनऊ की एसएसपी से मिलने जायेंगी और इस बारे में बात करेंगी।