बेंगलूरु । भारत ने आज अपने अत्याधुनिक स्कै्रमजेट रॉकेट इंजन का सफल परीक्षण किया। वायुमंडल की ऑक्सीजन का इस्तेमाल करते हुए इंजन का प्रक्षेपण किया गया जिससे प्रक्षेपण की लागत कई गुना कम हो सकती है और हवा से ऑक्सीजन लेने वाले इंजन डिजाइन करने के इसरो के प्रयास में मदद मिल सकती है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने कहा कि ”आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सुबह 6 बजे स्क्रैमजेट इंजन के पहले प्रायोगिक मिशन का सफलतापूर्वक संचालन किया गया। इसरो ने मिशन को सामान्य लेकिन वायुमंडल से ऑक्सीजन लेकर चलने वाले आधुनिक इंजनों को डिजाइन और विकास करने के प्रयास में महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया।”
अमेरिका, रुस और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के बाद स्क्रैमजेट इंजन के प्रक्षेपण परीक्षण का प्रदर्शन करने वाला भारत चौथा देश है। इसरो ने कहा कि 12 घंटे की निर्बाध उल्टी गिनती के बाद स्क्रैमजेट इंजन को लेकर आधुनिक प्रौद्योगिकी यान (एटीवी) ने सुबह छह बजे उडान भरी और 300 सैकंड की उडान श्रीहरिकोटा से करीब 320 किलोमीटर दूर बंगाल की खाडी में समाप्त हुई। इसरो के मुताबिक इस प्रक्षेपण के पांच महत्वपूर्ण चरण योजना के मुताबिक संपन्न हुए।