कोलकाता। राज्य का नाम बदलकर पश्चिम बंगाल की जगह बंग या बांग्ला रखे जाने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी गई है। अंग्रेजी में राज्य का नाम वेस्ट बंगाल की जगह बेंगॉल होगा। नया नाम रखने के प्रस्ताव पर मंगलवार को मंत्री सभा की बैठक में अंतिम रुप से सील-मुहर लग गई। मंत्री सभा की बैठक के बाद राज्य सरकार के शिक्षा मंत्री सह तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि 26 अगस्त को विधानसभा के विशेष अधिवेशन में नाम परिवर्तन का बिल पास किया जाएगा। इसके बाद प्रस्ताव केन्द्र सरकार के पास भेज दिया जाएगा।
गौरतलब है कि राज्य का नाम बदले जाने की कवायद काफी दिनों से चल रही है। अंग्रेजी में वेस्ट बंगाल नाम होने से केन्द्र सरकार की बैठक में इस राज्य के प्रतिनिधियों को अंतिम में बुलाया जाता है। बैठक में राज्यों के प्रतिनिधियों को अंग्रेजी वर्णमाला के आधार पर क्रम-क्रम से बुलाया जाता है। वेस्ट बंगाल का नाम अंग्रेजी वर्णमाला के डब्ल्यू से शुरु होता है। डब्ल्यू अंतिम में होने से इस राज्य के प्रतिनिधियों को बैठक में अंतिम में बुलाया जाता है। अपनी बारी का इंतजार करने में घंटों बैठना पड़ता है। विगत माह दिल्ली में अंतर्राज्यीय परिषद की बैठक में अंतिम में बुलाए जाने से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी महज 12 मिनट ही बोल पाई। इतना ही नहीं अपनी बात रखने के लिए ममता बनर्जी को 6 घंटा इंतजार करना पडा जबकि बैठक में राज्य की समस्याओं को रखने के लिए मुख्यमंत्री काफी तैयारी कर दिल्ली गई थी। अंग्रेजी वर्णमाला के बी अक्षर से राज्य का नाम होने पर बैठक में बंगाल के प्रतिनिधियों को जल्दी बुलाया जाएगा।
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