अमेरिका । संयुक्त राष्ट्र में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारत का पक्ष रखते हुए आतंकवाद, कश्मीर, भारत-पाक वार्ता, बलूचिस्तान समेत कई मुद्दों पर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। उन्होंने बदलते समय की जरूरत के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र सुधारों का भी जिक्र किया और गरीबी उन्मूलन और शौचालयों के निर्माण पर भारत की उपलब्धियों के बारे में बताया। कश्मीर पर भारत का स्टैंड साफ करते हुए विदेश मंत्री ने फिर से दोहराया कि ‘कश्मीर भारत का हिस्सा था, भारत का हिस्सा है और भारत का हिस्सा रहेगा।
दुनिया के सामने मौजूद आतंकवाद के मसले पर सुषमा स्वराज ने कहा- दुनिया के कुछ देशों का आतंकवादियों को पालना शौक बन गया है। आतंकवाद को पालने वाले देशों को अलग-थलग किया जाए। आतंकवाद मानवाधिकार का सबसे बड़ा उल्लंघन है। आखिर इन आतंकवादियों को कौन पनाह दे रहा है। छोटे-छोटे आतंकवादी समूह मिलकर अब बड़े दैत्य बन चुके हैं, इसलिए अपना और पराया आतंकवाद को भूलना होगा। अगर आतंकवाद को हमने खत्म नहीं किया तो आने वाली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेंगी।’पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र अभिभाषण के दौरान कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघन का मसला उठाया था। सोमवार को सुषमा स्वराज पाकिस्तान के आरोपों पर कहा, ‘जिनके घर शीशे के बने होते हैं, वह दूसरों पर पत्थर नहीं उछालते।’ उन्होंने पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए बलूचिस्तान की याद दिलाई।
इसके अलावा विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र को बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत भारत में दो लाख स्कूलों में चार लाख शौचालय बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है विश्व के कोने-कोने में फैली गरीबी को मिटाना है और शांति के बिना तरक्की मुमकिन नहीं है। उन्होंने योग को मिले अपार अतंरराष्ट्रीय समर्थन पर संयुक्त राष्ट्र का आभार भी जताया।