इंडोनेशिया में शनिवार को एक बार फिर सुनामी ने कहर बरपाया है. यहां एक ज्वालामुखी विस्फोट के बाद समुद्र मेें आई सुनामी में करीब 62 लोगों की मौत हो गई है. साथ ही 600 लोग घायल हुए हैं. कहा जा रहा है कि इस घटना में मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है. बताया जा रहा है कि ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद समुद्र के नीचे हलचल हुई और इससे समुद्र के नीचे भूस्खलन हुआ. इसके कारण सुनामी की लहरें उठीं और कहर बरपाया.
इस सुनामी की लहरों ने शनिवार रात करीब 09:30 बजे इंडोनेशिया के दक्षिण सुमात्रा और पश्चिम जावा के समुद्री क्षेत्र में कहर बरपाया. इसकी चपेट में आने से कई इमारतें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. अधिकारियों ने यह सुनामी क्रैकटो ज्वालामुखी के ‘चाइल्ड’ कहे जाने वाले अनक क्रैकटो ज्वालामुखी के फटने से आने का अनुमान जताया है. इस घटना के बाद इंडोनेशिया की जियोलॉजिकल एजेंसी इसकी जांच में जुट गई है.
देश की राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता स्तुपो पुर्वो ने बताया कि शनिवार को स्थानीय समयानुसार रात लगभग साढ़े नौ बजे दक्षिणी सुमात्रा और पश्चिमी जावा के पास समुद्र की ऊंची लहरें तटों को तोड़कर आगे बढ़ीं जिससे दर्जनों मकान नष्ट हो गए. बता दें कि इससे पहले सितंबर में इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप में आए ताकतवर भूकंप और इससे पैदा हुई सुनामी की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 832 हो गई थी. यहां 1.5 मीटर ऊंची लहरें उठी थीं और पानी द्वीप के अंदर घुस गया था.
पूर्वी इंडोनिशया के पापुआ प्रांत में 16 दिसंबर को 6.1 तीव्रता का भूकंप आया था लेकिन सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई थी. अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के मुताबिक, 16 दिसंबर को स्थानीय समयानुसार शाम छह बजकर 42 मिनट पर भूकंप आया. प्रांत की राजधानी जयापुरा से दक्षिण-पश्चिम में करीब 158 किलोमीटर दूर आए भूकंप की गहराई 61 किलोमीटर थी.