मुंबई। अहमदनगर जिले में कोपर्डी में मराठा लडक़ी के साथ हुए बलात्कार की घटना के मामले में स्थानीय पुलिस ने शनिवार को सत्र न्यायालय में तीनों आरोपियों के विरुद्ध आरोपपत्र पेश किया है। यह मामला सत्र न्यायालय में फास्टट्रेक कोर्ट में चलाया जा रहा है और सरकार की ओर से उज्ज्वल निकम पैरवी कर रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार कोपर्डी में 13 जुलाई 2016 को शाम को स्कूली नाबालिग छात्रा के साथ तीन लोगों ने मिलकर सामूहिक बलात्कार किया था और उसकी हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने जीतेंद्र उर्फ पप्पू बाबूलाल शिंदे, संतोष गोरख भवाल व नितीन गोपीनाथ भैलुमे को गिरफ्तार किया है और मामले की जांच जिला पुलिस अधीक्षक सौरभ त्रिपाठी के निर्देशानुसार की जा रही है।
त्रिपाठी ने बताया कि इस मामले में 320 पृष्ठों का आरोप पत्र सत्र न्यायालय में पेश किया गया है। इसी तरह मामले से जुड़े सभी तरह के सबूत जुटाए गए हैं।
कोपर्डी में हुई इस घटना के बाद ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार, मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे सहित लगभग सभी दलों के नेताओं ने घटनास्थल का दौरा किया और मामले की सघन जांच किए जाने की मांग किया । इसी प्रकार इस घटना के विरोध में मराठा समाज की ओर से भारी तादाद में मोर्चा निकल रहा है और मोर्चे में 15 लाख से ज्यादा लोग शामिल हो रहे है।
मोर्चे की प्रमुख मांग आरोपियों को तत्काल सजा दिए जाने की, अट्रॉसिटी एक्ट में बदलाव तथा मराठा समाज को आरक्षण दिए जाने की है। उधर स्थानीय पुलिस की ओर से इस मामले में सत्र न्यायालय में आरोपपत्र पेश न किए जाने पर राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने बयान जारी कर सरकार पर आरोपियों को बचाने का प्रयास करने का आरोप भी लगाया था। सौरभ त्रिपाठी ने कहा कि इस मामले में पुलिस हर आरोपी को जल्द से जल्द सजा दिलाने का प्रयास कर रही है।