हरिद्वार । युवा वर्ग ही क्रांति का आधार है। अब तक जितनी भी क्रांतियाँ हुईं, उसमें युवाओं की अहम भूमिका रही। शहीद भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, सुभाषचन्द्र बोस, स्वामी विवेकानंद, श्रीअरविन्द, पं. श्रीराम शर्मा आचार्य आदि सभी ने युवा अवस्था में ही क्रांति का शंखनाद किया। यह कहना है गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या का। डाॅ. पण्ड्या गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के रामकृष्णहॉल में आयोजित भविष्य निर्माता प्रशिक्षक प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। पण्ड्या ने कहा कि युवाओं को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता तो हो, पर उस ऊर्जा, शक्ति, साहस को रचनात्मक दिशा में खर्च करे। युवा वायु की दिशा को भी बदलने का साहस रखता है। देवसंस्कृति विवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय ने सार्थक यौवन के लिए आध्यात्मिक दृष्टि विषय पर प्रतिभागियों को विस्तार से जानकारी दी।