चंडीगढ़। सोलह साल से ज्यादा भूख हड़ताल करने वाली आयरन लेडी इरोम शर्मिला 11वें ग्लोबल यूथ पीस फेस्टिवल में हिस्सा लेने के लिए चंडीगढ़ पहुंची। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दुनिया में शांति स्थापित करने के लिए शांतिपूर्ण ही अपनी बात रखने की जरूरत है।
अफ्सपा के बारे में उन्होंने कहा कि इस लगाकर सरकारें मानवाधिकारों का हनन करती हैं। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में आज भी इसका होना दुखद है। उन्होंने कहा कि अफ्सपा को लेकर मेरा वही स्टैंड है जो पहले था। मैं आज भी उसके खिलाफ हूं। मैं फिर से अपील करती हूं कि इसे तुरंत खत्म किया जाए।मणिपुर में अफ्सपा के खिलाफ उन्होंने नवंबर 2000 में भूख हड़ताल शुरू की जो सोलह साल बाद 9 अगस्त 2016 तक जारी रही। इस दौरान उन्हें नेजल ट्यूब के द्वारा फीड किया जाता रहा है, ताकि वे जिंदा रह सकें।
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