गुमला । प्रखंड के उग्रवाद प्रभावित रूकी पंचायत के तीन गांवों में डायरिया और एक गांव में मलेरिया फैल गया है। दर्जनभर से अधिक लोग इसकी चपेट में आ गए हैं। जबकि डायरिया व मलेरिया के कारण पूर्व में दो लोगों की जान जा चुकी है। मरने वालों में छापर टोली की सुसारी गुड़िया (70) और डीपाटोली गांव की सुभाषित टोप्पो (55) का नाम शामिल है।
रूकी पंचायत के छापरटोली, मनातू और डीपाटोली गांव में पिछले एक सप्ताह से डायरिया फैला हुआ है। डायरिया से नौ लोग प्रभावित हैं। वहीं स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिलने के कारण इन गांवों में स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। रूकी पंचायत के ही करंजगाढ़ा गांव में मलेरिया से आठ लोगों के पीड़ित हैं। डायरिया फैलने के कारण गांव में फैली हुई गंदगी है। लोग ढ़ाडी से चलाकर पानी पी रहे हैं। शुद्ध पेयजल के अभाव में इस बीमारी ने विकराल रुप धारण कर लिया है। गांव में एक चापाकल है, वह भी काफी दिनों से खराब है। डायरिया पीडितों में डीपाटोली गांव के मसकलन टोपनो, आइलिन टोपनो, सहाय टोपनो, स्फयर टोपनो, जीरन गुड़िया, बीरजमुनी टोपनो, मनातु गांव के मोती उरांव तथा मलेरिया पीडितों में करंटबड़ा गांव के विकास होरो, अनुकरण होरो, सयुन गुड़िया, डेविट गुड़िया, बंधन गुड़िया, मोजेस गुड़िया, जसमुन्नी गुड़िया और अंडमान गुड़िया का नाम शामिल है। डायरिया के कारण डीपाटोली गांव में चल रहे नव प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों ने भी स्कूल आना बंद कर दिया है। यदि इन गांवों में ग्रामीणों को इलाज की सुविधा तत्काल मुहैया नहीं कराई गई तो स्थिति गंभीर हो सकती है।