सूचक और लड़की के पिता ने अपने शपथ-पत्र में लिखा है कि हाजीपुर स्टेशन पर चूंकि रेल पुलिस ने उन्हें और उनकी बेटी को ट्रेन से उतार लिया था इस कारण उनकी मानसिक स्थिति खराब हो गई थी और वे काफी भयभीत हो गए थे । शपथ-पत्र में यह भी कहा है कि पुलिस ने बोलकर आवेदन लिखवाया और उनका एवं पुत्री का हस्ताक्षर बनवा लिया । आवेदक ने अपनी बेटी के साथ किसी प्रकार की छेड़छाड़ या दुर्व्यवहार की घटना से भी इनकार किया है । मामले में पूर्वांचल एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे सह यात्री अंकित शुक्ला का भी एक शपथ-पत्र पेश किया गया है जिसमें उन्होंने भी इस तरह की किसी भी प्रकार की घटना से इंकार किया है ।
मालूम हो कि बीते 24 जुलाई को भाजपा के एमएलसी टुन्ना पांडेय पर पूर्वांचल एक्सप्रेस में एक नाबालिग से छेड़खानी करने का आरोप लगा था जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था । मामले की गंभीरता को देखते हुए पार्टी ने भी एमएलसी को बाहर का रास्ता दिखाया था ।