लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव जनवरी से अप्रैल माह के बीच होंगे। इस बार के चुनाव में भारत निर्वाचन आयोग कुछ ज्यादा ही हाईटेक नजर आयेगा। मतदाताओं को पोलिंग बूथ और बूथ लेबल अधिकारियों की पूरी जानकारी गूगल गुरु देंगे। आयोग ने उन युवाओं को भी मतदाता बनने की छूट दे दी है जिनकी उम्र पहली जनवरी 2017 को 18 वर्ष पूर्ण होने वाली है।
प्रदेश की सत्रहवीं विधानसभा के चुनाव को लेकर जहां विभिन्न राजनीतिक दल सियासी चक्रव्यूह की रचना में पिछले कई माह से लगे हुए हैं। रोड शो और रैलियों का आगाज हो चुका है। वहीं निर्वाचन आयोग ने भी अपनी तरफ से तैयारियां तेज कर दी है। आयोग के वरिष्ठ अधिकारी पिछले दो दिन से राजधानी में डेरा जमाये हुए हैं और सूबे भर के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के साथ चुनावी तैयारियों की समीक्षा किये।आयोग के उप निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा से विधानसभा चुनाव के सम्बंध में उनसे विशेष वार्ता की। प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश-
प्रश्न-भारत निर्वाचन आयोग उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव कब करा रहा है ?
जवाब-अभी इस पर अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है। चूंकि सोलहवीं विधानसभा का समय मई माह के अंतिम सप्ताह तक है। ऐसे में यहां का चुनाव जनवरी-फरवरी अथवा अप्रैल-मई के बीच हो सकता है। मार्च माह में बोर्ड की परीक्षाओं के चलते चुनाव कराने में परेशानी होती है। फिलहाल आयोग अभी मतदाता सूची और पोलिंग बूथ की व्यवस्था को लेकर तैयारियों में लगा है।
प्रश्न- क्या अगले वर्ष उप्र समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभाओं के चुनाव एक साथ होंगे ?
जवाब-इस बारे में अभी कुछ कहना ठीक नहीं। करीब दो माह बाद इस सम्बंध में निर्णय लिया जाएगा।
प्रश्न-आप उप्र राज्य के लम्बे समय तक मुख्य निर्वाचन अधिकारी रहे हैं। पिछला विधानसभा चुनाव और लोक सभा चुनाव-2014 आपने बड़ी कुशलता के साथ सम्पन्न कराया। इस बार के चुनाव में आपको क्या अंतर दिख रहा है ?
जवाब-देखिये, समय के साथ निर्वाचन आयोग भी पहले की अपेक्षा अब अधिक हाईटेक हो गया है। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने हेतु सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) के संसाधनों का अधिकतम प्रयोग हो रहा है।
गूगल गुरु देंगे बूथ की जानकारी-
मतदाताओं की सुविधा और बेहतर निर्वाचन प्रबंधन हेतु सभी पोलिंग बूथों का गूगल मैप बनाया जा रहा है। इस प्रयोग से कोई भी व्यक्ति किसी भी पोलिंग बूथ का नजरी नक्शा कहीं से भी देख सकेगा। उसमें सम्बंधित रिटर्निंग अफसर व बीएलओ का नाम और फोन नंबर आदि भी अंकित रहेगा।
प्रश्न-आपने मतदाताओं को बेहतर सुविधा देने की बात कही। इसके लिए आयोग और क्या करेगा ?
जवाब-इस बार आयोग दिव्यांग मतदाताओं की पोलिंग बूथवार सूची बनवा रहा है। उन्हें बूथ तक ले जाने की भी व्यवस्था की जा रही है। उनके लिए बूथ पर रैम्प भी बनवाये जा रहे हैं। इसके अलावा हर पोलिंग बूथ पर मतदाताओं को मूलभूत सुविधाएं जैसे पीने के लिए पानी और शौच आदि के लिए स्वच्छ शौचालय उपलब्ध रहेंगे। पोलिंग बूथ तक पहुंचने का मार्ग भी ठीक कराया जाएगा। भीड़ से बचने के लिए हर बूथ पर हेल्प डेस्क होगी जहां से मतदाताओं को टोकन दिया जाएगा फिर वे छाया के लिए बने शेड में बैठेंगे। टोकन नंबर और नाम पुकारे जाने के बाद वे अपना मतदान करेंगे। इससे उन्हें लाइन में नहीं खड़ा होना पड़ेगा। महिलाओं और वृद्धों को विशेष सुविधा उपलब्ध रहेगी। अंधे लोगों के लिए ब्रेल लिपि की व्यवस्था रहेगी। मतदाताओं की सुविधा के लिए बूथों पर एनसीसी और एनएसएस के कैडेट्स रहेंगे। इन सभी सुविधाओं के बारे में पहले से ही व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाएगा।
प्रश्न-चुनाव के दौरान तमाम प्रत्याशी धन और शक्ति के बल पर मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं। आयोग इस स्थिति से कैसे निपटेगा ?
जवाब-इस स्थिति से निपटने के लिए आयोग अपनी रणनीति बना चुका है। कोई भी धन और शक्ति के बल पर मतदाता को प्रभावित नहीं कर सकेगा। इसके लिए पर्याप्त पुलिस फोर्स और केंद्रीय बल तैनात रहेगा। दूरदराज क्षेत्रों में सीसीटीवी से निगरानी होगी। ऐसा माहौल बनाया जाएगा ताकि मतदाता बगैर किसी दबाव के अपने मन से अपना मतदान कर सकें। यह भी प्रयास होगा कि इस बार रिकार्ड वोट पड़े।
प्रश्न-क्या मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए भी आयोग कोई कार्यक्रम करने जा रहा है ?
जवाब-इसके लिए हर मतदान केंद्र पर बूथ अवेयरनेस ग्रुप का गठन होगा। इसमें क्षेत्रीय लेखपाल, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और नेहरु युवा केंद्र के वालंटियर्स होंगे जो मतदाताओं के बीच जागरुकता अभियान चलाएंगे।
प्रश्न-अंतिम मतदाता सूची कब तक प्रकाशित होगी ?
जवाब-पहली सितम्बर तक मतदाता सूची प्रकाशित कर दी जाएगी। इस दौरान नये मतदाता बनाने का एक मौका फिर मिलेगा। पहली जनवरी 2017 तक जो लोग 18 वर्ष की उम्र पूरी कर रहे हों वे इस समय मतदाता बन सकते हैं।
प्रश्न-आप आयोग के अन्य अधिकारियों के साथ यहां दो दिन से चुनाव की तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। अब फिर समीक्षा करने कब आयेंगे ?
जवाब-अब सितम्बर या अक्टूबर माह में मुख्य निर्वाचन आयुक्त के आने का कार्यक्रम है। उनके साथ आयोग की पूरी टीम आयेगी।