जापान के पश्चिमी शहर ओसाका में आज सुबह भीषण भूकंप में नौ वर्षीय बच्ची समेत तीन लोगों की मौत हो गई. भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई. भूकंप से फिलहाल किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है और न ही सुनामी की कोई चेतावनी जारी की गई है. लेकिन रोज़ के कामकाज के लिए निकले लोग फंस गए हैं और हजारों लोग बिना बिजली के रह रहे हैं.
स्थानीय पुलिस ने बताया कि तकातसुकी शहर में नौ साल की एक बच्ची की मौत हो गई. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भूकंप से स्कूल की दीवार ढ़ह गई और बच्ची मलबे में दब गई. सरकारी प्रसारक ‘एनएचके’ ने कहा कि दीवार गिरने से एक बुजुर्ग के भी मारे जाने की आशंका है. वहीं एक और व्यक्ति के मौत की ख़बर है.
प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि ‘सरकार एकजुट हो कर लोगों की जान बचाने के प्रमुख लक्ष्य के साथ काम कर रही है.’ उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने स्टाफ को नुकसान की जानकारी तेजी से जुटाने और लोगों को बचाने के लिए पूरी कोशिश करने और जनता को समय के साथ और पर्याप्त जानकारी देने के निर्देश दिए हैं. जापानी मीडिया एनएचके की ओर से जारी तस्वीरों में ओसाका के उत्तर में स्थित एक मकान में लगी आग को बुझाने की मश्क्कत करते हुए फायर ब्रिगेड को देखा जा सकता हैसोशल मीडिया में तस्वीरों में प्लेटफॉर्म में इलेक्ट्रॉनिक ट्रेन एनाउंसमेंट बोर्ड टूटे पड़े तथा एक टिकट काउंटर में टूटा हुआ कांच दिखाई दे रहा है. भूकंप सुबह आठ बजे आया. सुबह के इस बेहद व्यस्त समय में आए भूकंप के दौरान बड़ी सख्या में लोग प्लेटफॉर्म में मौजूद थे. बड़ी संख्या में ट्रेनों को रद्द किया गया जिसमें बुलेट ट्रेन ‘शिन्कान्सेन’ भी शामिल है.वहीं, परमाणु नियामक प्राधिकार ने कहा कि उसके क्षेत्र के किसी भी न्यूक्लियर पावर प्लांट में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं पाई गई है. भूकंप के बाद भी लोगों को हल्के झटके महसूस होते रहे जिसके बाद जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने लोगों को ज़मीन की सतह पर ही रहने को कहा है. एजेंसी के अधिकारी तोशीयूकी मात्सुमोरी ने कहा, ‘‘गहरे भूकंप के झटके वाले क्षेत्रों में मकानों के गिरने तथा भूस्खलन के खतरे की आशंका है.’’