Saturday , January 4 2025
अफगानिस्तान के अशांत पूर्वी क्षेत्र में प्रांतीय गवर्नर के कार्यालय के बाहर ईद के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को निशाना बना कर किये गए एक आत्मघाती विस्फोट में 18 लोगों की मौत हो गयी. जबकि इस घटना में 49 अन्य घायल हो गए. पिछले दो दिनों में यह दूसरा आत्मघाती हमला है. जलालाबाद शहर में हुए इस धमाके की जिम्मेदारी अबतक किसी समूह ने नहीं ली है. हालांकि, एक दिन पहले हुए धमाकों की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली थी. यह धमाका ननगरहर प्रांत की राजधानी जलालाबाद स्थित प्रांतीय गवर्नर कार्यालय के बाहर हुआ है. ननगरहर के प्रांतीय स्वास्थ्य निदेशक नजीबुल्लाह कामावाल ने बताया कि आज के विस्फोट में 18 लोगों की मौत हो गयी है जबकि 49 अन्य घायल हुए हैं. अधिकारी ने बताया, ‘‘घायलों में से कुछ की हालत नाजुक है और ऐसा लगता है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है.’’ इससे पहले गवर्नर के प्रवक्ता अताउल्ला खोग्यानी ने बताया कि इस विस्फोट के कारण 14 लोगों की मौत हो गयी है जबकि 45 अन्य घायल हो गए हैं. खोग्यानी ने बताया कि आत्मघाती हमलावर पैदल आया था और उसने गवर्नर कार्यालय परिसर में ईद के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे तालिबान लड़ाकों, स्थानीय नेताओं और नागिरकों को निशाना बना कर यह धमाका किया. कामावाल ने बताया कि इससे पहले कल भी ननगरहर प्रांत में ईद मिलन समारोह में मौजूद तालिबान, सुरक्षा बलों और नागरिकों को निशाना बना कर किये गए विस्फोट में 36 लोगों की मौत हो गयी थी जबकि 65 अन्य घायल हो गए थे. इस्लामिक स्टेट की अफगानिस्तान इकाई ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी. तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने संघर्ष शुरू करने के निर्णय की घोषणा की थी. इससे पहले अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने शनिवार को कहा था कि आतंकवादियों के साथ सरकार की तरफ से किया गया संघर्ष विराम बढाया जाएगा. उन्होने तालिबान से भी ऐसा करने की अपील की थी. मुजाहिद ने वाट्सएप मैसेज के जरिए बताया , ‘‘संघर्ष विराम आज रात समाप्त हो रहा है. इंशाअल्ला, हमारा अभियान शुरू होगा. हमारी मंशा संघर्ष विराम को बढाने की नहीं है.’’ मुजाहिद ने गनी की घोषणा का कोई जिक्र नहीं किया था. अफगानिस्तान में 2001 में अमेरिकी हमले के बाद रमजान के महीने में यह पहला संघर्ष विराम था. इसका चौतरफा स्वागत किया गया. इस दौरान अफगानिस्तान तालिबान के सदस्यों, सुरक्षा बलों और नागरिकों ने मिल कर ईद मनायी. ईद की पहली दो छुट्टियों के दौरान आयोजित समारोह में तालिबान लड़ाके और सुरक्षा बल के जवान एक दूसरे से गले मिले ओर सेल्फी ली थी. शनिवार को अफगानिस्तान में धमाका होने के बाद तालिबान ने अपने लड़ाकों को आदेश दिया था कि वह सुरक्षा बलों तथा नागरिकों के आयोजन में जाने से बचे. मुजाहिद ने इससे पहले अपने संदेश में कहा था , ‘‘ संघर्ष विराम का दुश्मन ने गलत फायदा उठाया है और इस तरह की खराब घटना के घटित होने की संभावना अधिक है.

अफगानिस्तान में आत्मघाती विस्फोट में 18 लोगों की मौत

अफगानिस्तान के अशांत पूर्वी क्षेत्र में प्रांतीय गवर्नर के कार्यालय के बाहर ईद के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को निशाना बना कर किये गए एक आत्मघाती विस्फोट में 18 लोगों की मौत हो गयी. जबकि इस घटना में 49 अन्य घायल हो गए. पिछले दो दिनों में यह दूसरा आत्मघाती हमला है.अफगानिस्तान के अशांत पूर्वी क्षेत्र में प्रांतीय गवर्नर के कार्यालय के बाहर ईद के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को निशाना बना कर किये गए एक आत्मघाती विस्फोट में 18 लोगों की मौत हो गयी. जबकि इस घटना में 49 अन्य घायल हो गए. पिछले दो दिनों में यह दूसरा आत्मघाती हमला है.  जलालाबाद शहर में हुए इस धमाके की जिम्मेदारी अबतक किसी समूह ने नहीं ली है. हालांकि, एक दिन पहले हुए धमाकों की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली थी. यह धमाका ननगरहर प्रांत की राजधानी जलालाबाद स्थित प्रांतीय गवर्नर कार्यालय के बाहर हुआ है. ननगरहर के प्रांतीय स्वास्थ्य निदेशक नजीबुल्लाह कामावाल ने बताया कि आज के विस्फोट में 18 लोगों की मौत हो गयी है जबकि 49 अन्य घायल हुए हैं.   अधिकारी ने बताया, ‘‘घायलों में से कुछ की हालत नाजुक है और ऐसा लगता है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है.’’ इससे पहले गवर्नर के प्रवक्ता अताउल्ला खोग्यानी ने बताया कि इस विस्फोट के कारण 14 लोगों की मौत हो गयी है जबकि 45 अन्य घायल हो गए हैं.  खोग्यानी ने बताया कि आत्मघाती हमलावर पैदल आया था और उसने गवर्नर कार्यालय परिसर में ईद के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे तालिबान लड़ाकों, स्थानीय नेताओं और नागिरकों को निशाना बना कर यह धमाका किया.  कामावाल ने बताया कि इससे पहले कल भी ननगरहर प्रांत में ईद मिलन समारोह में मौजूद तालिबान, सुरक्षा बलों और नागरिकों को निशाना बना कर किये गए विस्फोट में 36 लोगों की मौत हो गयी थी जबकि 65 अन्य घायल हो गए थे. इस्लामिक स्टेट की अफगानिस्तान इकाई ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी.  तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने संघर्ष शुरू करने के निर्णय की घोषणा की थी. इससे पहले अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने शनिवार को कहा था कि आतंकवादियों के साथ सरकार की तरफ से किया गया संघर्ष विराम बढाया जाएगा. उन्होने तालिबान से भी ऐसा करने की अपील की थी.  मुजाहिद ने वाट्सएप मैसेज के जरिए बताया , ‘‘संघर्ष विराम आज रात समाप्त हो रहा है. इंशाअल्ला, हमारा अभियान शुरू होगा. हमारी मंशा संघर्ष विराम को बढाने की नहीं है.’’ मुजाहिद ने गनी की घोषणा का कोई जिक्र नहीं किया था.  अफगानिस्तान में 2001 में अमेरिकी हमले के बाद रमजान के महीने में यह पहला संघर्ष विराम था. इसका चौतरफा स्वागत किया गया. इस दौरान अफगानिस्तान तालिबान के सदस्यों, सुरक्षा बलों और नागरिकों ने मिल कर ईद मनायी.  ईद की पहली दो छुट्टियों के दौरान आयोजित समारोह में तालिबान लड़ाके और सुरक्षा बल के जवान एक दूसरे से गले मिले ओर सेल्फी ली थी. शनिवार को अफगानिस्तान में धमाका होने के बाद तालिबान ने अपने लड़ाकों को आदेश दिया था कि वह सुरक्षा बलों तथा नागरिकों के आयोजन में जाने से बचे. मुजाहिद ने इससे पहले अपने संदेश में कहा था , ‘‘ संघर्ष विराम का दुश्मन ने गलत फायदा उठाया है और इस तरह की खराब घटना के घटित होने की संभावना अधिक है.
जलालाबाद शहर में हुए इस धमाके की जिम्मेदारी अबतक किसी समूह ने नहीं ली है. हालांकि, एक दिन पहले हुए धमाकों की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली थी. यह धमाका ननगरहर प्रांत की राजधानी जलालाबाद स्थित प्रांतीय गवर्नर कार्यालय के बाहर हुआ है. ननगरहर के प्रांतीय स्वास्थ्य निदेशक नजीबुल्लाह कामावाल ने बताया कि आज के विस्फोट में 18 लोगों की मौत हो गयी है जबकि 49 अन्य घायल हुए हैं.

अधिकारी ने बताया, ‘‘घायलों में से कुछ की हालत नाजुक है और ऐसा लगता है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है.’’ इससे पहले गवर्नर के प्रवक्ता अताउल्ला खोग्यानी ने बताया कि इस विस्फोट के कारण 14 लोगों की मौत हो गयी है जबकि 45 अन्य घायल हो गए हैं.

खोग्यानी ने बताया कि आत्मघाती हमलावर पैदल आया था और उसने गवर्नर कार्यालय परिसर में ईद के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे तालिबान लड़ाकों, स्थानीय नेताओं और नागिरकों को निशाना बना कर यह धमाका किया.

कामावाल ने बताया कि इससे पहले कल भी ननगरहर प्रांत में ईद मिलन समारोह में मौजूद तालिबान, सुरक्षा बलों और नागरिकों को निशाना बना कर किये गए विस्फोट में 36 लोगों की मौत हो गयी थी जबकि 65 अन्य घायल हो गए थे. इस्लामिक स्टेट की अफगानिस्तान इकाई ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी.

तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने संघर्ष शुरू करने के निर्णय की घोषणा की थी. इससे पहले अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने शनिवार को कहा था कि आतंकवादियों के साथ सरकार की तरफ से किया गया संघर्ष विराम बढाया जाएगा. उन्होने तालिबान से भी ऐसा करने की अपील की थी.

मुजाहिद ने वाट्सएप मैसेज के जरिए बताया , ‘‘संघर्ष विराम आज रात समाप्त हो रहा है. इंशाअल्ला, हमारा अभियान शुरू होगा. हमारी मंशा संघर्ष विराम को बढाने की नहीं है.’’ मुजाहिद ने गनी की घोषणा का कोई जिक्र नहीं किया था.

अफगानिस्तान में 2001 में अमेरिकी हमले के बाद रमजान के महीने में यह पहला संघर्ष विराम था. इसका चौतरफा स्वागत किया गया. इस दौरान अफगानिस्तान तालिबान के सदस्यों, सुरक्षा बलों और नागरिकों ने मिल कर ईद मनायी.

ईद की पहली दो छुट्टियों के दौरान आयोजित समारोह में तालिबान लड़ाके और सुरक्षा बल के जवान एक दूसरे से गले मिले ओर सेल्फी ली थी. शनिवार को अफगानिस्तान में धमाका होने के बाद तालिबान ने अपने लड़ाकों को आदेश दिया था कि वह सुरक्षा बलों तथा नागरिकों के आयोजन में जाने से बचे. मुजाहिद ने इससे पहले अपने संदेश में कहा था , ‘‘ संघर्ष विराम का दुश्मन ने गलत फायदा उठाया है और इस तरह की खराब घटना के घटित होने की संभावना अधिक है. 

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