अगरतला। त्रिपुरा में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष सुदीप राय बर्मन के नेतृत्व में कांग्रेस के छह असंतुष्ट विधायकों ने पार्टी छोड़ने और तृणमूल कांग्रेस (तृमूकां) में शामिल होने का ऐलान किया है। अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के बाद त्रिपुरा पूर्वोत्तर में चौथा राज्य है जहां कांग्रेस में असंतोष उभरा है।
असंतुष्ट विधायकों बर्मन, विश्वबंधु सेन, दिबा चंद्र ह्रंखावल और आशीष साहा ने इस संबंध में पत्र लिखकर विधानसभा अध्यक्ष रामेंद्र चंद्र देबनाथ को सौंपा। जबकि दो अन्य विधायक दिलीप सरकार और प्राणजित सिन्हा राय ने फोन कर देबनाथ को यह जानकारी दी।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस पर विचार करने के बाद वह फैसला देंगे। बर्मन ने कहा कि सभी छह विधायक तृमूकां में औपचारिक तौर पर शामिल होंगे। तृमूकां उपाध्यक्ष मुकुल राय मंगलवार को यहां पहुंच गए हैं।
बर्मन को तृमूकां विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। बर्मन ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस और वाम मोर्चा गठबंधन के विरोध में नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
इस बीच विधानसभा से इस्तीफा दे चुके कांग्रेस के एक अन्य असंतुष्ट विधायक जितेन सरकार ने सत्तारूढ़ माकपा में फिर शामिल होने की इच्छा जताई है। सरकार माकपा की टिकट पर पांच बार विधानसभा के लिए चुने गए हैं। वह नौ वर्षों तक विधानसभा अध्यक्ष रहे।
60 सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा में वाम मोर्चा के 50 और कांग्रेस के 10 विधायक हैं। लेकिन अब प्रदेश अध्यक्ष बिराजित सिन्हा समेत कांग्रेस के तीन ही विधायक रह गए हैं। त्रिपुरा में 2018 में विधानसभा चुनाव होना है।
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