पटना। बसपा सुप्रीमो एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ भाजपा नेता दयाशंकर के आपत्तिजनक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। जीतनराम मांझी ने कहा कि दयाशंकर को पार्टी के पद से निकालना पर्याप्त नहीं है बल्कि उन्हें एससी-एसटी एक्ट की धारा के तरह अविंलब जेल भेजा जाना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के अनुसार इस बयान को लेकर देशभर के दलित समाज में आक्रोश है। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस मुद्दे पर कड़े कदम उठायेगें। गुजरात में दलितों की पिटाई के मुद्दे पर मांझी ने कहा कि विरोधी दलों के कुछ नेता राजनीतिक रोटी सेक रहे हैं जिसे बंद करने की जरूरत है। जीतन मांझी ने आग्रह किया कि ऐसे मसलों पर कम से कम बयानबाजी होनी चाहिए। उन्होंने इस मामले में गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल से आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की। मालूम हो कि भाजपा नेता दयाशंकर ने मायावती को लेकर एक आपत्तिजनक बयान दिया था। इस बयान के विरोध में बसपा कार्यकर्ता लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।
		
		
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