दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज होने के बाद केंद्रीय कारागार एवं संपूर्णानंद शिविर खुली जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक पर गाज गिर गई। उन्हें देहरादून अटैच कर दिया गया है। अब एसडीएम निर्मला बिष्टï प्रभारी जेल अधीक्षक होंगी। जेल अधीक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के बाद दुष्कर्म में नामजद जेलर भी नप सकते हैं। 
नगर निवासी महिला ने न्यायालय के माध्यम से वरिष्ठ जेल अधीक्षक टीडी जोशी, जेलर जयंत पांगती व कृषि मेट राकेश के खिलाफ दो दिन पूर्व दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। महिला का कहना था कि 2003 में दहेज हत्या के मामले में वह हल्द्वानी उप कारागार में बंद थी।
इसी दौरान टीडी जोशी हल्द्वानी उप कारागार के डिप्टी जेलर थे। जहां आरोपित ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। बाद में उनका तबादला केंद्रीय कारागार सितारगंज हो गया। पीडि़ता के एनजीओ को भी जेल में काम मिल गया। वहां भी उन्होंने जेल से सटी भूमि से बेदखल करने की धमकी देकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
आरोप है कि जेलर जयंत पांगती व कृषि मेट राकेश कुमार ने भी दुष्कर्म किया और मोबाइल से वीडियो बना ली। जिसके बाद उसे बदनाम करने की धमकी दी। मामले में कोर्ट के आदेश के बाद तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। मुकदमा दर्ज होने के बाद आईजी जेल डॉ. पीवीके प्रसाद ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक जोशी को देहरादून अटैच कर दिया है। एसडीएम निर्मला बिष्ट ने बताया कि उन्हें सेंट्रल जेल के पदभार ग्रहण करने का आदेश मिल गया है।
जेल अधीक्षक का वीडियो हुआ वायरल
सेंट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक टीडी जोशी, जेलर जयंत पांगती व कृषि मेट राकेश कुमार के खिलाफ एक युवती से दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के बाद वरिष्ठ जेल अधीक्षक का युवती के साथ कथित तौर पर वीडियो वायरल हुआ है। जो दो मिनट 11 सेकेंड का बताया जा रहा है। पुलिस प्रकरण की विवेचना में जुटी हुई है।
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