विशाखापट्नम। भारत और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट राजकोट में हुआ था जो 5 दिनों के खेल के बाद मेजबान टीम ड्रा कराने में सफल रही थी। भारतीय कप्तान विराट कोहली भी ड्रा हुए मैच से काफी निराश हो गये थे । उन्होंने पहली बार टेस्ट का आयोजन कर रहे राजकोट की पिच पर टर्न नहीं होने को लेकर काफी आलोचना की थी।
मेजबान टीम अब अपना दूसरा मैच विजाग में खेलने जा रही है और यहां भी पहली बार टेस्ट मैच का आयोजन हो रहा है। टीम इस पिच के व्यवहार को लेकर चिंतित दिख रही है। क्यूरेटर कस्तूरी श्रीराम ने स्पष्ट किया है कि यहां घास नहीं होगी और यह पिच स्पिनरों के लिए मददगार साबित होगी।
भारतीय स्पिन तिकड़ी अनुभवी रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और लेग स्पिनर अमित मिश्रा राजकोट में इंग्लिश बल्लेबाजों के सामने नतमस्त दिखी थी ।
मैच में तीनों ने मिलकर नौ विकेट निकाले जबकि इंग्लैंड की स्पिन तिकड़ी मोइन अली, आदिल राशिद और जफर अंसारी ने उस मैच में कुल 13 विकेट निकाले थे और घरेलू खिलाड़यिों से बेहतर साबित हुई थी।
ऐसे में भारतीय स्पिनरों पर निश्चित ही दबाव बढ़ गया है और यह भी सवाल खड़ा होने लगा है कि वे बिना टर्न वाली और घास वाली पिचों पर बहुत कारगर नहीं।