जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में गुरुवार सुबह किरन्दुल से विशाखापटनम लौह अयस्क भरकर जा रही मालगाड़ी के चार डिब्बे पटरी से उतर गये। फिलहाल हादसे मेें कोई जनहानि की सूचना नहीं है। दुर्घटना के पीछे नक्सली करतूत की आशंका जाहिर की जा रही है।डिब्बे पटरी से उतरने के कारण केके मार्ग पर यातायात अवरूद्ध हो गया है। 13 दिनों बाद किरन्दुल से विशाखापटनम जा रही एक मात्र पैसेन्जर ट्रेन भी जगदलपुर नहीं पहुंच पाई। सूत्रों के अनुसार किरन्दुल से वाल्टियर के लिए रवाना हुई मालगाड़ी के पीछे के चार डिब्बे कुम्हारसाडरा एवं काकलूर रेलवे स्टेशन के मध्य पटरी से उतर गये। रेलवे सूत्रों ने आशंका जाहिर की है कि नक्सलियों ने रेल पटरी के फिशहुक खोल दिये थे, जिससे समूची मालगाड़ी तो निकल गयी, किन्तु पिछले चार डिब्बे पटरी से उतर गये। मामले की सूक्ष्म छानबीन की जा रही है। दुर्घटना के बाद किरन्दुल से विशाखापटनम मार्ग पर रेल गाडिय़ों की आवाजाही ठप हो गई है, जिससे रेलवे को करोड़ों रूपये की क्षति पहुंची है। रेलवे का संधारण दल मौके पर पहुंच चुका है। देर शाम तक यातायात बहाल होने की उम्मीद जताई जा रही है। दुर्घटना की वजह से किरन्दुल से विशाखापटनम जाने वाली पैसेंजर ट्रेन को दंतेवाड़ा स्टेशन पर ही रोक लिया गया है। उल्लेखनीय है कि नक्सली शहीद सप्ताह एवं अन्य कारणों से बंद की वजह से यह पैसेंजर पिछले 13 दिनों से जगदलपुर से विशाखापटनम तक परिचालित नहीं हो रही थी। कल शाम किरन्दुल पहुंची पैसेंजर पुन: नक्सली ग्रहण के चलते दंतेवाड़ा में रोक ली गई।