चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा के असेंबली हॉल में तीन दिनों से लगातार धरने पर बैठे कांग्रेसी विधायकों का प्रदर्शन बुधवार को भी जरी रहा। जिसके तहत पंजाब विधानसभा के सत्र के दौरान बुधवार को कांग्रेस विधायक तरलोचन सूंध ने रेवेन्यू मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया पर जूता फेंक दिया। जिसके बाद टकराव की स्थिति बन गई और विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने स्पीकर पर कागज और फाइलें भी फेंकी। जिसके बाद 200 मार्शल्स की तैनाती के बीच पंजाब सरकार और स्पीकर ने पेंडिंग बिल और प्रस्ताव पास किए।
बताते चले कि सोमवार से पंजाब विधानसभा के असेंबली हॉल में तीन दिनों से लगातार कांग्रेसी विधायक धरने पर बैठे है। कांग्रेस का दावा है कि सदन में उन्हें बहस का पूरा समय नहीं दिया गया और स्पीकर ने ध्वनि-मत से कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करते हुए विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी थी। इसके बाद वह विधानसभा के अंदर ही धरने पर बैठ गए और विधानसभा परिसर छोड़कर जाने से इनकार कर दिया और तभी से सोमवार शाम से कांग्रेस विधायकों का विधानसभा हॉल में ये धरना जारी है और ये तमाम विधायक दो रातें विधानसभा में ही बिता चुके हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल इस प्रदर्शन को खत्म कराने के इरादे से विधानसभा गए थे, लेकिन प्रदर्शन करने वाले विधायकों ने मुख्यमंत्री की बात मानने से इनकार कर दिया। कांग्रेसी विधायकों ने सीएम बादल से कहा था कि पहले पंजाब के मुद्दों का हल करो, कांग्रेस विधायकों को सदन में बोलने का मौका दो, फिर धरना खत्म करेंगे। कांग्रेस विधायक जिद पर अड़े है कि सोमवार को जहां पर उन्हें बोलने ना देकर स्पीकर ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी थी बुधवार को सदन में वहीं से कार्यवाही शुरू की जाए । इस विधानसभा के कार्यकाल का ये आखिरी सत्र है और इसके बाद सीधे चुनाव ही होंगे।
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