लाहौर। पिछले महीने लश्कर के एक पूर्व आतंकी को 2008 के मुंबई आतंकी हमले में संलिप्तता को लेकर अरेस्ट किया गया था। अब इसे पाकिस्तानी फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (FIA) ने यह कहते हुए दोषमुक्त कर दिया कि उसके खिलाफ कोई आरोप साबित नहीं हो पाया।सुफायान जफर पर मुंबई आतंकी हमले को लेकर 14,800 रुपये वित्तीय मदद देने का आरोप था। इसके साथ ही उस पर सह-आरोपी जमील रियाज को पूर्व में अटैक के लिए 30 लाख 98 रुपये मुहैया कराने का आरोप था। FIA को जफर के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है।FIA के एक अधिकारी ने बताया, ‘जफर के खिलाफ जांच के दौरान कोई सबूत नहीं मिला। जफर पर आरोप था कि उसने मुंबई आतंकी हमले में गिरफ्तार एक संदिग्ध को वित्तीय मदद की थी लेकिन जांच के दौरान यह साबित नहीं हो पाया। जफर की भूमिका इस जांच में साबित नहीं हो पाई।’उन्होंने कहा कि कथित आरोपों के लिए जफर पर कोर्ट में चार्जशीट फाइल नहीं की जाएगी। अधिकारी ने बताया, ‘इस सिलसिले में 22 सितंबर को अगली सुनवाई के वक्त FIA ट्रायल कोर्ट में चालान पेश करेगी लेकिन उसके खिलाफ कोई आरोपपत्र नहीं दायर किया जाएगा।’मुंबई टेरर अटैक केस में अपराधी करार दिए जाने के बाद से ही जफर अंडरग्राउंड हो गया था। पिछले महीने की शुरुआत में जफर को खैबर पख्तूनख्वाह में उसके ठिकाने से गिरफ्तार किया गया था। पाकिस्तानी पंजाब के गुजरावाला शहर का रहने वाला जफर उन 21 भगोड़े संदिग्धों में से है जो इस हाई प्रोफाइल टेरर केस में वॉन्टेड था।मुंबई टेरर अटैक में 166 लोग मारे गए थे। इसे पाकिस्तान में प्रशिक्षण पाए लश्कर के 10 आतंकियों ने अंजाम दिया था। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की जवाबी कार्रवाई में 9 आतंकी मारे गए जबकि अजमल कसाब जीवित पकड़ा गया एकमात्र आतंकवादी था।