नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में चल रहे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के कामकाज को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक बुलायी । कल हुए इस उच्चस्तीय समीक्षा बैठक में उन्होंने बुनियादी ढांचा पर चल रहे कामकाज का जायजा लिया । उन्होंने खासतौर से रेलवे व नवीकरणीय ऊर्जा सेक्टर का जिक्र करते हुए कहा कि इन सेक्टर्स में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। मोदी ने कहा कि बुनियादी ढांचे के तीव्र विस्तार और उन्नयन के बिना भारत की प्रगति अधूरी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार तीव्र गति और बड़े पैमाने के साथ काम करने का प्रयास कर रही है ताकि देश ‘एतिहासिक वृद्धि के दौर में प्रवेश’ कर सके। एक बयान में मोदी ने कहा है,‘मुख्य बुनियादी ढांचा क्षेत्रों की प्रगति की समीक्षा के लिए 22 अगस्त 2016 को एक लंबी बैठक हुई । मैं प्राय: ऐसी बैठकें करता रहता हूं क्योंकि हमारे मूल बुनियादी ढांचे के विस्तार और उन्नयन के बिना भारत की प्रगति अधूरी है। ‘ उन्होंने कहा,‘भारत की विकास यात्रा विशेष है । ‘कल की बैठक के विभिन्न मुद्दों का जिक्र करते हुए मोदी ने नई व नवीकरणीय उर्जा क्षेत्र की बात की और कहा कि संस्थापित क्षमता 44000 मेगावाट के ऊपर हो चुकी है। उन्होंने कहा,‘केंद्र व राज्य नीतियों के तहत विभिन्न परियोजनाओं को पूरा किया गया है। सौर उर्जा उत्पादन बढाने के लिए भावी राह पर भी चर्चा हुई. ‘ नरेंद्र मोदी ने कहा,‘ विमानन क्षेत्र में हमने हमारे हवाई अड्डों पर सुरक्षा, कनेक्टिविटी व ग्राहक संतुष्टि बढाने पर व्यापक विचार विमर्श किया । ‘ उन्होंने कहा कि और अधिक छोटे कस्बों के संपर्क (कनेक्टेड) होने से वहां के लोगों के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे इसलिए क्षेत्रीय संपर्क (कनेक्टिविटी) महत्वपूर्ण है.प्रधानमंत्री ने कहा,‘ आपको यह जानकार खुशी होगी कि भारत के 8 हवाई अड्डों को विभिन्न श्रेणियों में विश्व के बेहतरीन हवाई अड्डों में रखा गया है । ‘ जहां तक रेलवे का सवाल है तो मोदी ने कहा कि इसने दैनिक यात्री आवागमन का अपना लक्ष्य हासिल किया है और मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बिना फाटक वाले 40 रेल क्रासिंगों को समाप्त कर दिया गया है जो कि सुरक्षा पहलू को देखते हुए महत्वपूर्ण है.उन्होंने कहा,‘21वीं सदी बंदरगाह पर आधारित विकास का युग होगी।