लखनऊ। स्थानांतरण सत्र समाप्त होने के बाद कारागार विभाग में एक बार फिर तबादला किये जाने की तैयारी चल रही है। विभाग में पिछले लंबे समय से एक ही स्थान पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची को तलब किया गया है। इसके अलावा करीब एक दर्जन डिप्टी जेलरों के तबादला किये जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक स्थानांतरण सत्र के अंतिम दिन 30 जून को तत्कालीन प्रभारी महानिरीक्षक गोपाल गुप्ता के निर्देश पर कारागार विभाग के तीन अधीक्षक, सात जेलर, आठ डिप्टी जेलर और करीब सवा दो सौ सुरक्षा एवं जेलकर्मियों के तबादले किए गए। सूत्रों का कहना है कि तबादलों में सिफारिशों का बोलबाला रहा। इन तबादलों से विभागीय अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों में खलबली मच गई। सिफारिशों की वजह से स्थानांतरण सत्र के तहत दिए गए निर्देशों के कई तबादले रह गए थे। इसमें एक ही स्थान पर लंबे समय से जमें अधिकारीयों और कर्मचारियों को हटाया नहीं गया। अब इन सुरक्षाकर्मियों को हटाने की कवायद प्रारंभ हो गई है। जानकारों का कहना है कि लंबे समय से एक ही स्थान पर जमें अधिकारियों की सूची मांगी गई है। सूची मिलने के बाद विभाग में कई अधिकारियों के तबादले किए जा सकते हैं। उधर कारागार मुख्यालय में तैनात डीआईजी जेल प्रशासन आरपी सिंह ने इस संबंध में यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि सत्र के बाद मुख्यमंत्री के अनुमोदन बाद ही तबादलें किए जा सकते हैं। शासन कभी भी तबादलें किए जाने का आदेश जारी कर सकता है।