लखनऊ । लखनऊ विश्वविद्यालय एक बार फिर से नए ऑर्डिनेंस के तहत पीएचडी के प्रवेश लेने की योजना बना रहा है। पिछले साल ही विवि प्रशासन ने अपना नया ऑर्डिनेंस लागू किया था। पर इस बार यूजीसी की ओर से पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में कुछ बदलाव करते हुए इसे सभी विश्वविद्यालयों में लागू करने के आदेश दिए थे। जिसके इस बार सभी विवि में पीएचडी आवेदन के लिए प्रवेश परीक्षा में कम से कम 50 प्रतिशत व कोर्स वर्क में 55 प्रतिश नम्बर होने पर ही रिसर्च टॉपिक एलॉट किया जाना है। लविवि ने यूजीसी के नए नियम के साथ डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों को भी पीएचडी कराने की अनुमति के बाद दोबारा से ऑर्डिनेंस बनाने की प्रक्रिया शुरू की थी। सूत्रों के अनुसार यूनिवर्सिटी ने पीएचडी ऑर्डिनेंस में यूजीसी के सभी मानकों के साथ-साथ ओबीसी अभ्यर्थी के लिए अलग-अलग मानक तैयार किया है।
क्रिमीलेयर और नॉन क्रिमीलेयर के लिए अलग मानक-
सूत्रों के अनुसार नए पीएचडी ऑर्डिनेंस के तहत इस बार ओबीसी कैटेगरी में आने वाले अभ्यार्थी को पीएचडी प्रवेश परीक्षा को पास करने के लिए अलग-अलग प्रतिशत निर्धारित किया गया है। जिसमें क्रिमीलेयर के तहत आने वाले ओबीसी अभ्यार्थियों को 50 प्रतिशत नम्बर आने पर ही पीएचडी में एडमिशन दिया जाएगा। वहीं नॉन क्रिमीलेयर (छह लाख से अधिक आय) के दायरे में आने वाले ओबीसी अभ्यार्थियों को 55 प्रतिशत नम्बर लाने को प्रवेश दिया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि हालांकि अभी इस पर अंतिम फैसला वीसी व यूनिवर्सिटी की कार्य परिषद को लेना है।
एडमिशन प्रक्रिया पर हुआ है बदलाव-
सूत्रों का कहना है कि पीएचडी ऑर्डिनेंस तैयार कर रहे भूगर्भ वि भाग के विभागाध्यक्ष प्रो. विभूति राय ने क्रिमीलेयर व नॉन क्रिमीलेयर के लिए अलग-अलग प्रवेश मानक रखे जाने के संकेत दिए है। जिसके बाद प्रवेश समिति ने पीएचडी में प्रवेश के लिए पहले से तैयार एडमिशन फॉर्म के फॉर्मेट में बदलाव भी कर दिया है। इसके तहत क्रिमी लेयर नॉन क्रिमी लेयर के लिए अलग से कॉलम बनाए गए है। इसके साथ ही इंटरव्यू के समय इन अभ्यार्थियों को इस कैटेगरी में शामिल होने के लिए अपने दस्तावेज की ओरिजनल कॉपी प्रस्तुत करनी होगी।
सितंबर पहले सप्ताह में आ सकते है आवेदन फॉर्म-
इसके साथ ही पीएचडी प्रवेश के लिए आवेदन फॉर्म सितंबर के पहले सप्ताह में जारी किए जाने की संभावना है। प्रवेश समन्वयक प्रो. अनिल मिश्रा का कहना है कि हमने आवेदन फॉर्म में जरूरी संशोधन कर लिए है। जैसे ही नए ऑर्डिनेंस को विवि मंजूरी प्रदान करेगी, उसके अगले ही दिन आवेदन फॉर्म जारी कर दिए जाएंगे।