ग्वालियर। बिल्डर बिल्लू भदौरिया की हत्या के मामले में मुख्य गवाह व बिल्डर के छोटे भाई पंकज की हत्या के लिए आगरा, अलीगढ़ के शॉर्प शूटर्स से 2 लाख रुपए में डील हुई थी। शॉर्प शूटर्स से डील जेल में बंद शातिर बदमाश हरेन्द्र राणा के इशारे पर उसके साथी सोनू गौतम और विक्रम राणा ने की थी। वारदात से पहले ही मुरार पुलिस व क्राइम ब्रांच ने हरेन्द्र के दो साथियों सहित 5 बदमाशों को मोहनपुर के जंगल में मुंडे बाबा के स्थान के पास से पकड़ लिया। इस बीच एक आरोपी फरार हो गया है। इनके पास से लोडेड राइफल, कट्टे मिले हैं। डील की रकम का इंतजाम करने ये लोग पेट्रोल पंप लूटने जा रहे थे।
एएसपी शहर कुमार प्रतीक, एएसपी क्राइम आलोक सिंह ने बताया कि एसपी हरिनारायणाचारी मिश्र को सूचना मिली थी कि मुरार में किसी बिल्डर की हत्या के इरादे से अलीगढ़ और आगरा के शूटर डेरा जमाए हुए हैं। यह सूचना मिलते ही मुरार थाना प्रभारी रवीन्द्र सिंह गुर्जर के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। दूसरी टीम क्राइम ब्रांच की बनाई गई। पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया तो मोहनपुर के जंगल में मुंडे बाबा के पीछे कुछ बदमाश छिपे होने की सूचना मिली। पुलिस ने घेराबंदी की तो बदमाशों ने हथियार दिखाते हुए भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने 5 बदमाशों को पकड़ लिया।
पुलिस ने जंगल से विक्रम राणा पुत्र दीवान सिंह राणा निवासी बिजौली हाल धौलपुर, मोहन उर्फ मोनू, शैलेन्द्र, अजीत सिंह राणा, विष्णु मुदगल को पकड़ा है। इनका एक साथी आमोद सिंह राणा निवासी गांव बिलारा फरार हो गया है। पकड़ा गया विक्रम राणा, अलीगढ़ के शातिर शॉर्प शूटर हरेन्द्र राणा गिरोह का साथी है।
हरेन्द्र राणा गिरोह ने वर्ष 2013 में रिवर व्यू कॉलोनी में बिल्डर बिल्लू भदौरिया की ताबड़तोड गोली मारकर हत्या की थी। इस हत्याकांड में बिल्डर का छोटा भाई पंकज भदौरिया चश्मदीद गवाह है। उसकी हत्या के लिए जेल से हाल ही में पैरोल पर बाहर आए सोनू गौतम (हरेन्द्र का साथी और बिल्डर हत्याकांड का आरोपी) ने विक्रम राणा से बात की। इसके लिए अलीगढ़ और आगरा के दो शूटर से बात हुई है। 2 लाख रुपए में दोनों के बीच डील तय हुई थी। इनको दो लाख रुपए देने थे, इसलिए विक्रम राणा पूरे गिरोह को लेकर गणेशपुरा के पास शाकम्बरी पेट्रोल पंप पर डकैती डालने के लिए एकत्रित हुए थे। विक्रम दो हत्या सहित आधा दर्जन मामलों में आरोपी है।