उत्तराखंड के अगस्त्यमुनि ब्लाक के आगर गांव में वृद्ध दरवान सिंह राणा की हत्या के आरोपी राजबर सिंह राणा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके कब्जे से मृतक के घर से लूटे गए गहने और नगदी भी बरामद कर ली गई है।
आरोपी की निशादेही पर पुलिस ने एक स्वर्णकार की दुकान से चोरी का गुलबंद बरामद कर आरोपी स्वर्णकार को भी हिरासत में लिया है। उसके खिलाफ लूट का सामान छुपाने के जुर्म में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा ने बताया कि विगत 9 अक्तूबर को राजस्व उप निरीक्षक क्षेत्र जग्गी-कांडई में राजबर सिंह राणा पुत्र स्व. प्रताप सिंह राणा निवासी आगर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। 11 अक्तूबर को यह मामला रेगुलर पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया था।
मामले की विवेचना में पाया गया कि सात अक्तूबर देर शाम को आरोपी ने वृद्ध को षड्यंत्र के तहत पहले शराब पिलाई। इसके बाद वह अपने घर चला गया। देर रात 11 बजे वह पुन: वृद्ध के घर पर पहुंचा और गला दबाकर उनकी हत्या कर घर से मंगलसूत्र, गुलबंद, पायल आदि लूटकर फरार हो गया।
कोतवाली निरीक्षक केएस बिष्ट के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपी की धरपकड़ के लिए कई जगहों पर दबिश दी गई। उसका मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाने के साथ अन्य माध्यमों से जानकारी जुटाकर आरोपी को बीते दिवस नगर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया है।
योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर भी ठगी
एसपी ने बताया कि आरोपी राजबर सिंह राणा ने लूटपाट के इरादे से हत्या की है। उसका आपराधिक रिकार्ड पुराना है। वर्ष 2004 में वह जनपद चमोली में अपनी ससुराल में चोरी के आरोप में और वर्ष 2007 में कांडई-दशज्यूला में लकड़ी चोरी में जेल जा चुका है। आरोपी के पास से लूट के नगद 15000 रुपये सहित 15500 रुपये, एक जोड़ी पायल, एक जोड़ी बिछुए, एक नोज रिंग, एक मंगलसूत्र, मृतक का आधार कार्ड बरामद किया गया है।
आरोपी ने गुलबंद रुद्रप्रयाग बाजार में ज्वैलर्स सुनील वर्मा पुत्र रामेश्वर वर्मा को बेच दिया था। उसकी निशानदेही पर गुलबंद वर्मा ज्वैलर्स से बरामद किया गया है। ज्वैलर्स के खिलाफ बिना पूरी जानकारी के लूट का सामान अपने कब्जे में रखने के जुर्म में भारतीय दंड संहिता की धारा 411 के मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने हत्यारोपी को पकड़ने वाली टीम कोतवाली निरीक्षक केएस बिष्ट, उप निरीक्षक विजेंद्र कुमांई, कांस्टेबल महेंद्र सिंह राणा व महिला कांस्टेबल कल्पेश्वरी को ढाई हजार रुपये का नगद इनाम दिया है। हत्या आरोपी राजबर सिंह राणा को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
हत्यारोपी राजबर सिंह राणा ने गांवों में जरूरतमंदों से केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर भी हजारों रुपयों की ठगी की है। पुलिस के मुताबिक उज्ज्वला गैस कनेक्शन दिलाने, इंदिरा गांधी व प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास दिलाने के लिए आठ सौ रुपये से 15 हजार रुपये तक की उसने ठगी की है।