हैदराबाद। पश्चिम बंगाल के टॉल प्लाजा में सेना की मौजूदगी के बाद ‘‘ तख्तापलट ” के तृणमूल कांग्रेस के आरोप पर आपत्ति जताते हुए केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि सशस्त्र बलों को किसी विवाद में घसीटना राष्ट्रीय हित में नहीं है।
नायडू ने कहा, ‘‘तख्तापलट क्या होता है? और उसके बाद, सेना को किसी विवाद में घसीटना, यह राष्ट्रीय हित में नहीं है। जिस किसी ने यह कभी किया है, पूरी तरह निंदनीय है।
न सिर्फ तृणमूल कांग्रेस बल्कि दुर्भाग्य से कांग्रेस और अन्य ने भी, बिना सच्चाई जाने, इसे बडा मुद्दा बनाने का प्रयास किया और अंतत: क्या हुआ? इसका उन पर ही उलटा प्रभाव पडा।” उन्होंने यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘इसलिए, भारतीय सेना को, जो हमारे देश का गौरव है, इन विवादों में नहीं घसीटना चाहिये।
” नायडू ने कहा कि पश्चिम बंगाल में सेना की मौजूदगी, जिस पर तृणमूल ने आपत्ति जतायी है, वह नियमित अभ्यास था और इसमें नया कुछ नहीं है।” उन्होंने कहा, ‘‘यह एक नियमित अभ्यास है जो हर साल होता है। इस साल यह उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर और असम में भी हुआ।
यह पिछले साल भी बंगाल में हुआ था। यह इस साल भी हुआ। इसमें नया कुछ नहीं है। सेना तैनात किए जाने, तख्तापलट जैसा कुछ नहीं है। वे लोग गलत अभियान चला रहे हैं।”
उन्होंेने स्वीकार किया कि नोटबंदी के बाद लोगों को परेशानी हो रही है और कहा कि जब कभी संक्रमण होता है तो शुरुआती परेशानी होती है।