मुंबई। भारत द्वारा नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी शिविरों पर लक्षित सैन्य कार्रवाई की खबर के बाद शेयर बाजारों में आज जोरदार गिरावट आई और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 465 अंक टूट गया। यह तीन महीने में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। इसी के साथ रुपये की विनिमय दर में भी तेज गिरावट देखी गई और यह डॉलर के मुकाबले 49 पैसे के नुकसान से 66.95 प्रति डालर पर आ गया। हालांकि, आेपेक द्वारा आठ बरस में पहली बार तेल उत्पादन घटाने के फैसले से वैश्विक बाजारों में तेजी का रख रहा।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स आज मजबूती के रख के साथ खुला, लेकिन सेना की घोषणा के बाद बाजार में जोरदार बिकवाली का सिलसिला चला। इससे सेंसेक्स 28,000 के स्तर से नीचे आ गया। अंत में सेंसेक्स 465.28 अंक या 1.64 प्रतिशत की जोरदार गिरावट के साथ 27,827.53 अंक पर टिका। यह 24 जून के बाद सेंसेक्स में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है।
इसी के अनुरूप नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निटी कारोबार के दौरान 8,600 अंक से नीचे 8,558.25 अंक पर आने के बाद कुछ सुधरा। अंत में निफ्टी 153.90 अंक या 1.76 प्रतिशत के नुकसान से 8,591.25 अंक पर बंद हुआ। ब्रोकरों ने कहा कि सेना द्वारा कर रात नियंत्रण रेखा के पार लक्षित हमले की खबर आने के बाद बाजार का मूड सतर्कता वाला हो गया। इसके अलावा सितंबर के डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से भी कारोबारी धारणा प्रभावित हुई।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में 29 में गिरावट आई। अडाणी पोर्ट्स, सनफार्मा, आईसीआईसीआई बैंक, गेल, टाटा स्टील, ल्यूपिन, टाटा मोटर्स और एसबीआई के शेयरों में 5.01 प्रतिशत तक की गिरावट आई। इस रख के उलट टीसीएस का शेयर 0.46 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ।