वैज्ञानिकों ने सौर मंडल के बाहर 44 नए ग्रहों (एक्सोप्लैनेट) की खोज की है। खास बात यह है कि इन ग्रहों की खोज एक साथ हुई है। इन ग्रहों से सौर मंडल की संरचना और विकास के बारे में अधिक जानकारियां हासिल की जा सकेंगी।
जापान की टोक्यो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने नासा के केपलर और यूरोपीय स्पेस एजेंसी के गाया स्पेस टेलीस्कोप की मदद से इन ग्रहों की खोज की है। खोजे गए 16 ग्रह पृथ्वी और एक शुक्र के आकार का है। यूनिवर्सिटी के छात्र जॉन लिविंग्सटन ने कहा, चार ग्रह 24 घंटे से भी कम समय में अपने तारे की परिक्रमा पूरी कर लेते हैं। इसका अर्थ यह है कि उन ग्रहों पर एक साल पृथ्वी के एक दिन से भी छोटा होता है। इस खोज से कम समय में परिक्रमा करने वाले ग्रहों की संख्या में वृद्धि हुई है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, इन ग्रहों की संख्या कम नहीं बल्कि यह अंतरिक्ष में बहुतायत में मौजूद हैं। अब तक ऐसे ग्रहों को लेकर माना जाता था कि इनकी संख्या बेहद कम है। शोधकर्ता एक्सोप्लैनेट के वातावरण और वहां जीवन की संभावनाओं को लेकर भी अध्ययन करेंगे। खगोलविदों के मुताबिक, नई तकनीक के इस्तेमाल से एक्सोप्लैनेट की पुष्टि करना आसान हो पाया। भविष्य में बाहरी ग्रहों की खोज में और तेजी आने की संभावना है।
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